नई दिल्ली : भारत की माननीया राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज (1 मार्च, 2024) कटक में ब्रह्माकुमारी, ओडिशा के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुईं। पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार (According to the press release issued by PIB ) इस अवसर पर माननीया राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में आध्यात्मिक चेतना के प्रचार-प्रसार के लिए कई आध्यात्मिक और धार्मिक संस्थाएं निरंतर कार्यरत हैं। ब्रह्माकुमारी देश-विदेश में अहिंसा, शांति, सद्भाव, भाईचारा और सहिष्णुता जैसे शाश्वत भारतीय मूल्यों का भी प्रचार-प्रसार कर रही है। उन्हें यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हुई कि ब्रह्माकुमारी संस्था दुनिया भर में योग और ध्यान को प्रचारित करने की दिशा में भी काम कर रही है।
माननीया राष्ट्रपति ने कहा कि आज लोग हर समय भौतिक सुख-सुविधाओं के पीछे भागते रहते हैं। लोगों का मानना है कि खुशी का मतलब सिर्फ भौतिक सुख है। उन्होंने यह भी कहा कि हम वास्तविक खुशी तभी प्राप्त कर सकते हैं जब हम अपनी भौतिक इच्छाओं को सीमित कर देंगे।
President Droupadi Murmu graced the golden jubilee celebration of Brahma Kumaris, Odisha at Cuttack. The President said that Dharma is a way of life and Brahma Kumaris are making efforts to make people realise their purpose of life. They are spreading the light of knowledge and… pic.twitter.com/4Scx06ueMs
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 1, 2024
माननीया राष्ट्रपति ने कहा कि धर्म जीवन जीने का एक तरीका है और ब्रह्माकुमारी इस बात के लिए निरंतर प्रयासरत है कि लोग अपने जीवन के उद्देश्य को साकार कर सकें। ब्रह्माकुमारी ज्ञान का प्रकाश फैला रही है और शांति एवं सद्भाव के साथ जीवन जीने में लोगों की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि विकास तभी हो सकता है जब शांति निरंतर कायम रहेगी।
माननीया राष्ट्रपति ने कहा कि अध्यात्म के मार्ग पर चलने के लिए व्यक्ति को अपने सांसारिक कर्तव्य छोड़ने की कतई जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जीवन जीने का उचित तरीका अपनाकर और दूसरों की मदद करके लोग खुश एवं शांतिपूर्वक रह सकते हैं।