नई दिल्ली : केंद्रीय आयुष और पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन और उर्वरक मंत्री, डॉ. मनसुख मांडविया कल एनीमिया पर एम्स और मल्टीसेंटर क्लिनिकल ट्रायल के लिए 4 चयनित स्थानों पर 5 एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान (एआई-एसीआईएचआर) के लिए आयुष-आईसीएमआर एडवांस्ड सेंटर्स का शुभारंभ करेंगे। पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार (According to the press release issued by PIB) दोनों मंत्री आयुष स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों का भी शुभारंभ करेंगे और राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ के 27वें दीक्षांत समारोह में भाग लेंगे।
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली:
a. गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल रोगों में एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एडवांस्ड सेंटर
b. महिला एवं बाल स्वास्थ्य में एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एडवांस्ड सेंटर
- एम्स-जोधपुर: वृद्धावस्था स्वास्थ्य में एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एडवांस्ड सेंटर
- एम्स नागपुर: कैंसर देखभाल में एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एडवांस्ड सेंटर
- एम्स ऋषिकेश: वृद्धावस्था स्वास्थ्य में एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एडवांस्ड सेंटर
एनीमिया पर मल्टीसेंटर क्लिनिकल ट्रायल की घोषणा
आयुष मंत्रालय और आईसीएमआर के तहत सीसीआरएएस ने एनीमिया पर एक रिसर्च स्टडी की है, जिसका शीर्षक है “प्रजनन आयु वर्ग की गैर-गर्भवती महिलाओं में मध्यम आयरन की कमी वाले एनीमिया के उपचार में आयरन फोलिक एसिड की तुलना में अकेले पुनर्नवादि मंडूरा का असर और सुरक्षा और आयरन फोलिक एसिड की तुलना में द्रक्षावलेहा के साथ कॉम्बिनेशन”: एक समुदाय-आधारित मल्टीसेंटर रैंडमाइज्ड कंट्रोल्ड ट्रायल।” स्टडी 8 अलग-अलग स्थानों अर्थात् “एमजीआईएमएस वर्धा, एम्स जोधपुर, एनआईटीएम बेंगलुरु, रिम्स रांची, केईएम अस्पताल अनुसंधान केंद्र, एम्स नई दिल्ली, एम्स भोपाल और एम्स बीबीनगर” पर किया जाएगा।
आयुष स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों का शुभारंभ
आयुष स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों का उद्देश्य समान मानक और गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे, मानव संसाधन, दवाओं आदि को निर्धारित करना है। इन मानकों को अपनाकर, राज्य और केंद्रशासित प्रदेश योग्य आबादी तक गुणवत्तापूर्ण आयुष स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं का विस्तार करने में सक्षम होंगे। मूल उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र के भीतर निवारक, प्रोत्साहन, उपचारात्मक, उपशामक और पुनर्वास सेवाओं को बढ़ाना है, जिसमें समझौता न करने वाली गुणवत्ता पर जोर दिया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति (एनएचपी) 2017 का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत बहुलवाद का समावेश है।
राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ के 27वें दीक्षांत समारोह एवं 29वें राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन
गुरु शिष्य परंपरा के तहत नामांकित लगभग 201 शिष्यों को सीआरएवी प्रमाणपत्र से सम्मानित किया जाएगा। प्रतिष्ठित वैद्यों को फेलो ऑफ आरएवी (एफआरएवी) से सम्मानित किया जाएगा और आयुर्वेद की बेहतरी में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित वैद्यों को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। 2024-25 बैच के नए सीआरएवी छात्रों के लिए शिशोपानन्या संस्कार (स्वागत समारोह) किया जाएगा। एक स्वास्थ्य/पोस्ट कोविड स्वास्थ्य प्रबंधन/आयुर्वेद के माध्यम से इम्युनिटी के लिए “आयुर्वेदो अमृतानम” आयुर्वेद पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन भी किया जाएगा।