नई दिल्ली : रक्षा मंत्रालय के तहत सैन्य मामलों के लिए कार्यरत विभाग देश में आत्मनिर्भर भारत और ‘मेक इन इंडिया’ पहल की भावना को आगे बढ़ाते हुए सेवा मुख्यालय तथा महत्वपूर्ण हितधारकों जैसे रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा उद्योग के प्रतिनिधियों व अन्य संबंधित भागीदारों के साथ अगले दो दिनों में 4-5 मार्च, 2024 को गहन विचार-मंथन कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार (According to the press release issued by PIB)इस बैठक के दौरान स्वदेशीकरण को गति प्रदान करने और रक्षा अनुसंधान एवं विकास तथा विनिर्माण हेतु इकोसिस्टम में निजी उद्योग की भागीदारी बढ़ाने के तरीकों एवं साधनों को सृजित करने के लिए उच्च-स्तरीय विचार-विमर्श के माध्यम से परामर्श व भागीदारी सहित प्रक्रियाओं से प्राप्त कार्यान्वयन योग्य विचार प्रमुख निष्कर्ष होंगे।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान सत्र की अध्यक्षता करेंगे और रक्षा सचिव श्री गिरिधर अरामने मुख्य भाषण देंगे। यह आयोजन रक्षा क्षेत्र में चुनौतियों की पहचान करने व सशस्त्र बलों के स्वदेशीकरण के प्रयासों को गति प्रदान करने, जीविका से संबंधित मुद्दों को हल करने, सशस्त्र बलों के लिए मरम्मत एवं अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने, रक्षा अनुसंधान एवं विकास तथा विनिर्माण के लिए इकोसिस्टम में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देने तथा सबसे महत्वपूर्ण रूप से रखरखाव व्यवस्था को और आगे ले जाने के उद्देश्य से एक विस्तृत विषयवस्तु को कवर करता है।
इस आयोजन को आईडीएस मुख्यालय तथा एसआईडीएम के समन्वय से आयोजित किया जा रहा है। इसमें स्वदेशीकरण के प्रयासों को और विस्तार देने के लिए एक ही छत के नीचे रक्षा मंत्रालय, रक्षा सेवाओं और रक्षा उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधियों की भागीदारी होगी। इस पहल से रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए समयबद्ध कार्ययोजना बनाने का मार्ग भी प्रशस्त होगा।