-प्रधानमंत्री राजस्थान में लगभग 5000 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे
-प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में 12,600 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे तथा उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 अक्टूबर, 2023 को राजस्थान और मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे। पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सुबह लगभग 11 बजकर 15 मिनट पर प्रधानमंत्री राजस्थान के जोधपुर में सड़क, रेल, विमानन, स्वास्थ्य और उच्च शिक्षा जैसे क्षेत्रों की लगभग 5000 करोड़ रुपये लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे। लगभग तीन बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश के जबलपुर पहुंचेंगे, जहां वह सड़क, रेल, गैस पाइपलाइन, आवास और स्वच्छ पेयजल जैसे क्षेत्रों में 12,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे तथा उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री राजस्थान में
प्रधानमंत्री राजस्थान में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं के तहत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, जोधपुर में 350 बिस्तरों वाला ‘ट्रॉमा सेंटर और क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक’ और पूरे राजस्थान में प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन (पीएम-एबीएचआईएम) के तहत सात क्रिटिकल केयर ब्लॉक विकसित किए जाएंगे। एम्स जोधपुर में ‘ट्रॉमा, इमरजेंसी और क्रिटिकल केयर’ के लिए एकीकृत केंद्र 350 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जाएगा। इसमें ट्राइएज, डायग्नोस्टिक्स, डे केयर, वार्ड, निजी कमरे, मॉड्यूलर ऑपरेटिंग थिएटर, गहन चिकित्सा कक्ष और डायलिसिस कक्ष जैसी विभिन्न सुविधाएं शामिल होंगी। यह रोगियों को बहु-विषयक और व्यापक देखभाल प्रदान करके ट्रॉमा और आपातकालीन मामलों के प्रबंधन में एक समग्र दृष्टिकोण लाएगा। समूचे राजस्थान में विकसित किए जाने वाले क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स से राज्य के लोगों को जिला स्तर पर क्रिटिकल केयर अवसंरचना का लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री जोधपुर हवाई अड्डे पर अत्याधुनिक नई टर्मिनल बिल्डिंग की आधारशिला भी रखेंगे। कुल 480 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली नई टर्मिनल बिल्डिंग लगभग 24,000 वर्गमीटर क्षेत्र में विकसित की जाएगी और व्यस्त समय के दौरान 2,500 यात्रियों को सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी तरह सुसज्जित होगी। यहां साल भर में 35 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान की जा सकेगी, जिससे कनेक्टिविटी में सुधार होगा और क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री आईआईटी जोधपुर परिसर भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह अत्याधुनिक परिसर 1135 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है, जो आधुनिक अनुसंधान और नवाचार पहलों से युक्त उच्च गुणवत्ता वाली समग्र शिक्षा प्रदान करने और बुनियादी ढांचे के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में बुनियादी ढांचे के उन्नयन के लिए नवविकसित ‘केंद्रीय उपकरण प्रयोगशाला’, स्टाफ क्वार्टर और ‘योग और खेल विज्ञान भवन’ राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में केंद्रीय पुस्तकालय, 600 छात्रों की क्षमता वाले छात्रावास और छात्रों के लिए भोजन कक्ष की सुविधा की भी आधारशिला रखेंगे।
राजस्थान में सड़कों के बुनियादी ढांचे में सुधार लाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री एनएच-125ए पर जोधपुर रिंग रोड के कारवाड़ से डांगियावास खंड को चार लेन बनाने सहित कई सड़क विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इनमें जालोर (एनएच-325) के रास्ते बालोतरा से सांडेराव खंड के प्रमुख शहरी भागों को जोड़ने के लिए सात बाईपास का निर्माण और एनएच-25 के पचपदरा-बागुंडी खंड को चार लेन बनाने की परियोजना शामिल हैं। ये सड़क परियोजनाएं लगभग 1475 करोड़ रुपये की संचयी लागत से बनाई जाएंगी। जोधपुर रिंग रोड से शहर में यातायात का दबाव कम करने और वाहन प्रदूषण में कमी लाने में मदद मिलेगी। परियोजनाएं क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार करने के साथ-साथ, व्यापार को बढ़ावा देने, रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में भी मदद करेंगी।
प्रधानमंत्री राजस्थान में दो नई ट्रेन सेवाओं को भी हरी झंडी दिखाएंगे। इनमें जैसलमेर को दिल्ली से जोड़ने वाली एक नई ट्रेन – रुणिचा एक्सप्रेस और मारवाड़ जंक्शन को खांबली घाट से जोड़ने वाली एक नई हेरिटेज ट्रेन शामिल हैं। रुणिचा एक्सप्रेस जोधपुर, डेगाना, कुचामन सिटी, फुलेरा, रींगस, श्रीमाधोपुर, नीम का थाना, नारनौल, अटेली, रेवाड़ी से होकर गुजरेगी, जिससे राष्ट्रीय राजधानी से सभी शहरों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा। मारवाड़ जंक्शन-खांबली घाट को जोड़ने वाली नई हेरिटेज ट्रेन पर्यटन को बढ़ावा देगी और क्षेत्र में रोजगार पैदा करेगी। इसके अलावा, प्रधानमंत्री दो अन्य रेल परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे जिनमें 145 किमी लंबी ‘डेगाना-राय का बाग’ रेल लाइन और 58 किमी लंबी ‘डेगाना-कुचामन सिटी’ रेल लाइन के दोहरीकरण की परियोजनाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में
मध्य प्रदेश के इंदौर में लाइट हाउस प्रोजेक्ट के उद्घाटन से प्रधानमंत्री के ‘सभी के लिए आवास’ उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण को मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के तहत लगभग 128 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस परियोजना से 1000 से अधिक परिवारों को लाभ होगा। इसमें सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ, लेकिन काफी कम निर्माण समय में गुणवत्तापूर्ण घर बनाने के लिए नवीन तकनीक ‘प्री-इंजीनियर्ड स्टील स्ट्रक्चरल सिस्टम के साथ प्रीफैब्रिकेटेड सैंडविच पैनल सिस्टम’ का उपयोग किया जाता है।
व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के जरिए सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के तहत मंडला, जबलपुर और डिंडोरी जिलों में 2350 करोड़ रुपये से अधिक की कई जल जीवन मिशन परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी। प्रधानमंत्री सिवनी जिले में 100 करोड़ रुपये से अधिक की जल जीवन मिशन परियोजना राष्ट्र को समर्पित करेंगे। राज्य के चार जिलों की इन परियोजनाओं से मध्य प्रदेश के लगभग 1575 गांवों को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में सड़क बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए 4800 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का शिलान्यास कर उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री एनएच 346 के झरखेड़ा-बैरसिया-ढोलखेड़ी को जोड़ने वाली सड़क के उन्नयन सहित कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, इनमें एनएच 543 के बालाघाट-गोंडिया खंड को चार लेन का बनाना; रूढ़ी और देशगांव को जोड़ने वाले खंडवा बाईपास को चार लेन का बनाना; एनएच 47 के टेमागांव से चिचोली खंड को चार लेन का बनाना; बोरेगांव को शाहपुर से जोड़ने वाली सड़क को चार लेन का बनाना; और शाहपुर को मुक्ताईनगर से जोड़ने वाली सड़क को चार लेन का बनाना शामिल है। प्रधानमंत्री एनएच 347सी के खलघाट से सरवरदेवला को जोड़ने वाली सड़क के उन्नयन कार्य को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री 1850 करोड़ रुपये से अधिक की रेल परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इनमें कटनी-विजयसोटा (102 किलोमीटर) और मारवासग्राम-सिंगरौली (78.50 किलोमीटर) को जोड़ने वाली रेल लाइन का दोहरीकरण शामिल है। ये दोनों परियोजनाएं कटनी-सिंगरौली खंड को जोड़ने वाली रेल लाइन के दोहरीकरण की परियोजना का हिस्सा हैं। इन परियोजनाओं से मध्य प्रदेश में रेल बुनियादी ढांचे में सुधार होगा जिससे राज्य में व्यापार और पर्यटन को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री विजयपुर-औरैया-फूलपुर पाइपलाइन परियोजना राष्ट्र को समर्पित करेंगे। 352 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन 1750 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाई गई है। प्रधानमंत्री मुंबई नागपुर झारसुगुड़ा पाइपलाइन परियोजना के नागपुर-जबलपुर खंड (317 किमी) की आधारशिला भी रखेंगे। यह परियोजना 1100 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से बनेगी। गैस पाइपलाइन परियोजनाओं से उद्योगों और वहां रहने वाले लोगों को स्वच्छ और सस्ती प्राकृतिक गैस मिल सकेगी। इसके साथ ही इससे पर्यावरण उत्सर्जन को कम करने में सफलता मिलेगी। प्रधानमंत्री जबलपुर में करीब 147 करोड़ रुपये की लागत से बने नये बॉटलिंग प्लांट का भी लोकार्पण करेंगे।