नई दिल्ली : पंचायती राज मंत्रालय (Ministry of Panchayati Raj ) द्वारा “ग्रामोदय संकल्प” (Gramoday Sankalp) पत्रिका (magazine) के आगामी अंक के लिए लेख और सफलता की कहानियों (success stories and articles) को आमंत्रित किया गया। जिसका मुख्य विषय “विकसित भारत और पंचायतों की भूमिका” (Developed India and the role of Panchayats) था।
पंचायती राज ने सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर दिया जोर
बीते 26 जून, 2024 को लिखे गए एक पत्र में, पंचायती राज मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रसारित करने में पत्रिका की भूमिका पर जोर दिया। मंत्रालय ने भारत की विकास यात्रा में पंचायतों की भूमिका को उजागर करने के लिए विभिन्न विभागों और संगठनों से संपर्क किया।
पंचायती राज मंत्रालय ने अनुरोध किया कि लेख, सफलता की कहानियाँ और प्रेरक कथाएँ 15 जुलाई, 2024 तक प्रस्तुत कर दी जाएं। प्रतिभागियों से कहा गया कि वे अपनी प्रस्तुतियों के साथ कम से कम पाँच रंगीन तस्वीरें भी शामिल करें। इसके लिए मंत्रालय ने एक सुव्यवस्थित प्रक्रिया सुनिश्चित करते हुए प्रस्तुत करने के लिए विशिष्ट ईमेल पते भी प्रदान किए थे।
यह पहल विकसित भारत के सपने को साकार करने में पंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करने वाला रहा। जो सरकार के व्यापक प्रयासों से सम्भव हो सका।पत्रिका ने जमीनी स्तर पर लागू की गई सर्वोत्तम परम्पराओं और नवीन दृष्टिकोण को साझा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय भी रहा इस कार्यक्रम का भागीदार
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के नीति नियोजन विभाग ने भी इस प्रयास में भाग लिया, और संबंधित विभागों से 15 जुलाई, 2024 की सुबह तक आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने का आग्रह किया, ताकि समय पर इसे पंचायती राज मंत्रालय को प्रस्तुत किया जा सके। योगदान के लिए इस अपील ने विभिन्न सरकारी और ग्रामीण विकास विशेषज्ञों को अपने काम को उजागर करने और भारत के विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में पंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका पर राय साझा करने का अवसर प्रदान किया।