नयी दिल्ली : आईएनएस सुजाता और आईसीजीएस वीरा (INS Sujata and ICGS Veera) से युक्त प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1टीएस) (1st Training Squadron (1TS)) के जहाज दक्षिण पूर्व एशिया में स्क्वाड्रन की लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में 14 फरवरी 2025 को कंबोडिया के सिहानोकविले बंदरगाह पर पहुंचे। कंबोडिया की समुद्री एजेंसियों के प्रतिनिधियों द्वारा जहाजों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
14 से 17 फरवरी 2025 तक बंदरगाह पर रहने के दौरान, जहाज भारतीय नौसेना और रॉयल कंबोडियन नेवी (आरसीएन) के बीच सहयोग और अंतर-संचालन को बढ़ाने के उद्देश्य से कई गतिविधियों में शामिल होंगे। इस यात्रा में पेशेवर आदान-प्रदान, क्रॉस ट्रेनिंग यात्राएं, सामाजिक संपर्क, मैत्रीपूर्ण खेल कार्यक्रम और आरसीएन के साथ पीएएसएसईएक्स शामिल हैं। इस यात्रा में रॉयल कंबोडियन सेना को एक छोटे हथियार सिम्युलेटर को औपचारिक रूप से सौंपना भी शामिल है।
रक्षा भागीदारी और क्षमता निर्माण भारत-कंबोडिया के सौहार्दपूर्ण संबंधों का एक अभिन्न अंग है और स्क्वाड्रन की यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच समुद्री संबंधों को और मजबूत करना है। इससे पहले फरवरी 2024 में, कंबोडियाई नौसेना ने विशाखापत्तनम में एक्स-मिलन 24 में भाग लिया था। हालही की यात्राएं भारत-कंबोडिया संबंधों को बढ़ाने और भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के एक हिस्से के रूप में समुद्री सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता को मजबूत करने के महत्व पर प्रकाश डालती हैं।