नई दिल्ली : बांग्लादेश के मौजूदा हालात के मद्देनजर केंद्र ने आज मंगलवार सुबह 10 बजे संसद भवन परिसर में सर्वदलीय बैठक की। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत विभिन्न दलों के नेता मौजूद रहे। इस दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने सभी नेताओं को बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी।
विदेश मंत्री ने दी जानकारी
केवल इतना ही नहीं, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया पर भी इसकी जानकारी साझा की है। विदेश मंत्री ने बताया कि आज संसद में आयोजित इस बैठक में बांग्लादेश में घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही उन्होंने लिखा कि इस बैठक में सभी ने इस मसले पर सर्वसम्मत समर्थन दिया जिसकी वो सराहना करते हैं।
Briefed an All-Party meeting in Parliament today about the ongoing developments in Bangladesh.
Appreciate the unanimous support and understanding that was extended. pic.twitter.com/tiitk5M5zn
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 6, 2024
ये रहें उपस्थित
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश इस वक्त राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। इस अस्थिरता के बीच कल बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने ढाका के बंगभवन में एक बैठक की। इस बैठक में अंतरिम सरकार के गठन की चर्चा की गई। बैठक में तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुखों, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और राजनीतिक दलों के नेताओं और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
इस बैठक में आरक्षण विरोधी आंदोलन में मारे गए लोगों की याद में एक शोक प्रस्ताव भी पेश किया गया। साथ ही दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए एक प्रार्थना की गई। राष्ट्रपति ने बैठक में मौजूद सभी लोगों से देश में कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने में धैर्य और सहनशीलता बरतने का आग्रह किया। लूटपाट और हिंसक गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई का भी निर्णय लिया गया। इसके अलावा आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान हिरासत में लिए गए सभी लोगों को रिहा करने का निर्णय लिया गया।
किसी भी समुदाय को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए
बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी की किसी भी समुदाय को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए। इससे पहले शेख हसीना के भारत रवाना होने पर बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की थी।
बताना चाहेंगे, बांग्लादेश में नौकरी में आरक्षण समाप्त करने की मांग को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया, जो बाद में हिंसा में तब्दील हो गया। हिंसा और बिगड़ते राजनीतिक हालात को देखते हुए शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर भारत आ गईं। उनका विमान दिल्ली के निकट गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरा।
घुसपैठ को रोकने के लिए विशेष निगरानी वोट तैनात
वहीं बांग्लादेश में जारी राजनीतिक उथल-पुथल और हिंसा के चलते सीमा पर घुसपैठ की संभावना बढ़ गई है।
ऐसे में भारत ने दोनों देशों की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। इस स्थिति से निपटने के लिए बीएसएफ ने बांग्लादेश से लगती हजारों किलोमीटर लंबी सीमा को भी सील कर दिया है। भारत-बांग्लादेश पेट्रोपोल सीमा को बंद कर दिया गया है।
वहीं सुंदरबन इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बीएसएफ के डीजी दलजीत सिंह चौधरी ने सोमवार को ही सीमा क्षेत्रों का निरीक्षण किया और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। मंगलवार को बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुंदरबन क्षेत्र में समुद्र और नदी भारत बांग्लादेश के बीच प्राकृतिक सीमा रेखा है। यहां विशेष तौर पर सतर्कता बरती जा रही है और किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए विशेष निगरानी वोट तैनात किए गए हैं।
बीएसएफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है
उधर, भारत से बांग्लादेश गए सभी ट्रक चालकों को बीएसएफ ने वापस भारत बुला लिया है। पेट्रोपोल सीमा पर सभी को 500 मीटर दूर ही रोका जा रहा है और बीएसएफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है।