नई दिल्ली : अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने बुधवार को सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर प्लेटफॉर्म (सी-कैंप) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते में चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान बढ़ाने जोर दिया गया है।
इसके साथ ही एआईसीटीई ने इंटर-इंस्टीट्यूशनल बायोमेडिकल इनोवेशन प्रोग्राम (आईबीआईपी) लॉन्च किया। एआईसीटीई-आईबीआईपी सभी के लिए सुलभ किफायती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने स्वास्थ्य और जीवन को बेहतर बनाने के लिए एआईसीटीई और सी-कैंप का सामूहिक प्रयास है।
इसके जरिये इंजीनियरिंग और मेडिकल स्नातकों, स्नातकोत्तरों को मेडिकल क्षेत्र की चुनौतियों पर संयुक्त रूप से काम करने की सुविधा मिल सकेगी। बहु-विषयक शिक्षा और अनुसंधान प्रदान करने के अलावा यह पहल उन्हें विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में स्टार्टअप करने के लिए प्रेरित और तैयार भी करेगी। यह कार्यक्रम एक संरचित बायो एंटरप्रेन्योरशिप ऑनलाइन कोर्स की सुविधा भी प्रदान करेगा।
एआईसीटीई अध्यक्ष ने कहा,”इंजीनियरिंग और मेडिकल छात्रों के बीच सहयोग रचनात्मकता, नवाचार और स्वास्थ्य देखभाल में जटिल चुनौतियों की गहरी समझ को बढ़ावा देगा। अपने कौशल और ज्ञान का लाभ उठाकर दोनों विषयों के छात्र प्रभावशाली समाधान विकसित कर सकते हैं। आईबीआईपी के तहत एआईसीटीई स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने के लिए कम से कम 10 इनोवेशन (नवाचारों) को विकसित करने के लिए 10 लाख रुपये की अनुदान सहायता भी प्रदान करेगा।