नई दिल्ली : ओडिशा (Odisha) में समुद्र तट पर स्थित विश्व प्रसिद्ध भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर पूरी (SHREE JAGANNATH TEMPLE PURI) के चारों द्वार आज सुबह प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में खोल दिए गए। कल बुधवार को ओडिशा कैबिनेट (Odisha Cabinet) ने चारों द्वारों को खोलने का प्रस्ताव पारित किया था। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी (Odisha Chief Minister Mohan Charan Majhi) ने जगन्नाथ मंदिर में पूजा की। इस दौरान पुरी के सांसद संबित पात्रा (Sambit Patra), बालासोर के सांसद प्रताप चंद्र सारंगी (Pratap Chandra Sarangi) और पार्टी के अन्य नेता भी उपस्थित रहे।
कैबिनेट मीटिंग में लिया गया था फैसला
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा,”कल कैबिनेट मीटिंग में जगन्नाथ मंदिर के 4 द्वारों को खोलने के लिए हमने प्रस्ताव रखा था और वो प्रस्ताव पारित हुआ। आज सुबह प्रशासन की उपस्थिति में 4 द्वारों को खोला गया।” आज सुबह ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने जगन्नाथ मंदिर में पूजा की। इस दौरान पुरी के सांसद संबित पात्रा, बालासोर के सांसद प्रताप चंद्र सारंगी और पार्टी के अन्य नेता भी साथ रहे। अन्य उपस्थित लोग ‘जय जगन्नाथ’ का उद्घोष कर रहे थे।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधानसभा चुनाव घोषणापत्र में जगन्नाथ मंदिर के सभी द्वार खोलने का वादा किया था।
ओडिशा के मंत्री सूर्यबंशी सूरज ने मीडिया से कहा कि प्रभु जगन्नाथ के आर्शीवाद के बिना हम सत्ता में नहीं आते और चुनाव के दौरान हमने कहा था कि हम चारों द्वार खोलेंगे। आज मंदिर के चारों द्वार खुलने जा रहे हैं। यहां मंत्रिपरिषद के सभी सदस्य मौजूद हैं। सीएम भी मौजूद हैं। विकास परियोजनाओं के रेस्टॉरेशन के लिए 500 करोड़ रुपये का कॉर्पस फंड की भी घोषणा की गई है। हमने कल शपथ ली और हम आज द्वार खोल रहे हैं।”
दरअसल कोविड-19 महामारी के दौरान तत्कालीन बीजू जनता दल सरकार ने जगन्नाथ मंदिर के एक द्वार को छोड़कर बाकी द्वारों से प्रवेश बंद करा दिया था। तब से श्रद्धालुओं को केवल एक द्वार से ही प्रवेश करना पड़ता था। लंबे समय से सभी द्वार खोलने की मांग की जा रही थी।