नई दिल्ली : हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research ) की 10 अगस्त, 2024 की रिपोर्ट पर सेबी का बयान | हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी समूह (ADANI GROUP) के खिलाफ लगाए गए आरोपों की सेबी द्वारा विधिवत जांच की गई है। यह दावा कि REITs से संबंधित ऐसे नियम, नियमों में बदलाव या जारी किए गए परिपत्र एक बड़े बहुराष्ट्रीय वित्तीय समूह के पक्ष में थे, अनुचित हैं।
उल्लेखनीय है कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने 10 अगस्त को अपनी नवीनतम रिपोर्ट में आरोप लगाया कि सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच की अडानी के ‘धन हेराफेरी घोटाले’ में इस्तेमाल की गई अस्पष्ट ऑफशोर संस्थाओं में हिस्सेदारी थी।
वहीं अडानी ग्रुप की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया है कि हिंडनबर्ग के आरोप सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी का दुर्भावनापूर्ण, शरारती और जोड़-तोड़ करने वाला उपयोग है, ताकि तथ्यों और कानून की अवहेलना करते हुए व्यक्तिगत मुनाफ़ा कमाने के लिए पूर्व-निर्धारित निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके।
अडानी समूह इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करता है। यह बदनाम करने का दोबारा किया गया प्रयास है। मामले में पहले ही गहन जांच की जा चुकी है जिसमें आरोप निराधार साबित हुए हैं और सर्वोच्च न्यायालय ने भी जनवरी 2024 में इन्हें पहले ही खारिज कर दिया है।
SEBI statement on the Hindenburg Research’s Report dated August 10, 2024 | The allegations made by Hindenburg Research, against the Adani Group, have been duly investigated by SEBI. Claims that such regulations, changes to regulations or circulars issued related to REITs were to… pic.twitter.com/zhugkv8iyt
— ANI (@ANI) August 11, 2024