नई दिल्ली : केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के महारत्न उद्यम और विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली अग्रणी एनबीएफसी और आरईसी लिमिटेड के निदेशक मंडल ने आज (30 अप्रैल, 2024) 31 मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए ऑडिट किए गए स्टैंडअलोन और समेकित वित्तीय परिणामों को स्वीकृति दे दी। पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार (According to the press release issued by PIB)
परिचालन और वित्तीय हाइलाइट्स: Q4 FY24 बनाम Q4 FY23 (स्टैंडअलोन)
l परिचालन से प्राप्त राजस्व: 12,613 करोड़ रुपये बनाम 10,113 करोड़ रुपये, 25 प्रतिशत वृद्धि
l कुल आय: 12,643 करोड़ रुपये बनाम 10,124 करोड़ रुपये, 25 प्रतिशत वृद्धि
l शुद्ध ब्याज आय: 4,407 करोड़ रुपये बनाम 3,409 करोड़ रुपये, 29 प्रतिशत वृद्धि
l शुद्ध लाभ: 4,016 करोड़ रुपये बनाम 3,001 करोड़ रुपये, 34 प्रतिशत वृद्धि
l कुल व्यापक आय: 5,183 करोड़ रुपये बनाम 3,645 करोड़ रुपये, 42 प्रतिशत वृद्धि
l यील्ड: 10.03 प्रतिशत बनाम 9.65 प्रतिशत, 38 आधार अंकों की वृद्धि
l निधि की औसत लागत: 7.14 प्रतिशत बनाम 7.17 प्रतिशत, 3 आधार अंकों की कमी
l स्प्रे़ड: 2.89 प्रतिशत बनाम 2.48 प्रतिशत, 41 आधार अंकों की वृद्धि
l शुद्ध ब्याज मार्जिन: 3.60 प्रतिशत बनाम 3.29 प्रतिशत, 31 आधार अंकों की वृद्धि
l नेटवर्थ पर रिटर्न: 24.06 प्रतिशत बनाम 21.34 प्रतिशत, 13 प्रतिशत की वृद्धि
परिचालन और वित्तीय हाइलाइट्स: 12M FY24 बनाम 12M FY23 (स्टैंडअलोन)
- कुल मंजूरी: 3,58,816 करोड़ रुपये बनाम 2,68,461 करोड़ रुपये, 34 प्रतिशत की वृद्धि, जिसमें से नवीकरणीय क्षेत्र को मंजूरी: 1,36,516 करोड़ रुपये बनाम 21,554 करोड़ रुपये, 533 प्रतिशत की वृद्धि
नवीकरणीय स्वीकृतियों में शामिल हैं:
- सौर: 20,956 करोड़ रुपये बनाम 9,301 करोड़ रुपये
- मॉड्यूल विनिर्माण: 21,565 करोड़ रुपये बनाम शून्य करोड़ रुपये
- विशाल हाइड्रो: 32,450 करोड़ रुपये बनाम 682 करोड़ रुपये
- पंप भंडारण: 28,304 करोड़ रुपये बनाम 6,075 करोड़ रुपये
- हरित हाइड्रोजन: 7,997 करोड़ रुपये बनाम शून्य
- ई–मोबिलिटी: 7,214 करोड़ रुपये बनाम 2,429 करोड़ रुपये
- पवन टरबाइन विनिर्माण: 3,195 करोड़ रुपये बनाम शून्य
- पवन: 3,453 करोड़ रुपये बनाम 2,436 करोड़ रुपये
- हाइब्रिड: 10,098 करोड़ रुपये बनाम 220 करोड़ रुपये
- अन्य: 1,284 करोड़ रुपये बनाम 411 करोड़ रुपये
- वितरण: 1,61,462 करोड़ रुपये बनाम 96,846 करोड़ रुपये, 67 प्रतिशत वृद्धि
- परिचालन से प्राप्त राजस्व: 47,146 करोड़ रुपये बनाम 39,208 करोड़ रुपये, 20 प्रतिशत वृद्धि
- कुल आय: 47,214 करोड़ रुपये बनाम 39,253 करोड़ रुपये, 20 प्रतिशत वृद्धि
- शुद्ध ब्याज आय: 16,167 करोड़ रुपये बनाम 13,714 करोड़ रुपये, 18 प्रतिशत वृद्धि
- शुद्ध लाभ: 14,019 करोड़ रुपये बनाम 11,055 करोड़ रुपये, 27 प्रतिशत वृद्धि
- कुल व्यापक आय: 15,063 करोड़ रुपये बनाम 10,084 करोड़ रुपये, 49 प्रतिशत वृद्धि
- यील्ड: 9.99 प्रतिशत बनाम 9.73 प्रतिशत, 26 आधार अंकों की वृद्धि
- निधि की औसत लागत: 7.13 प्रतिशत बनाम 7.28 प्रतिशत, 15 आधार अंकों की कमी
- स्प्रेड: 2.86 प्रतिशत बनाम 2.45 प्रतिशत, 41 आधार अंकों की वृद्धि
- शुद्ध ब्याज मार्जिन: 3.57 प्रतिशत बनाम 3.38 प्रतिशत, 19 आधार अंकों की वृद्धि
- नेट वर्थ पर रिटर्न: 22.17 प्रतिशत बनाम 20.35 प्रतिशत, 9 प्रतिशत की वृद्धि
- बाजार पूंजीकरण: 1,18,757 करोड़ रुपये बनाम 30,400 रुपये, 290 प्रतिशत की वृद्धि
परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार और तनावग्रस्त संपत्तियों के प्रभावी समाधान तथा उधार दरों को रीसेट करने और वित्त लागत के प्रभावी प्रबंधन के कारण, आरईसी 14,019 करोड़ रुपये का कर चुकाने के बाद अपना उच्चतम वार्षिक लाभ दर्ज करने में सक्षम रहा है। फलस्वरूप, 31 मार्च 2024 को समाप्त वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रति शेयर आय (ईपीएस) 27 प्रतिशत बढ़कर 53.11 रुपये प्रति शेयर हो गई, जबकि 31 मार्च 2023 को समाप्त वित्त वर्ष 2022-23 के लिए यह 41.85 रुपये प्रति शेयर थी।
मुनाफे में वृद्धि के कारण, 31 मार्च, 2024 तक नेट वर्थ बढ़कर 68,783 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमें वर्ष-दर-वर्ष 19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
ऋण पुस्तिका ने अपने विकास पथ को बनाए रखा है और यह 31 मार्च, 2023 के 4.35 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 17 प्रतिशत बढ़कर 5.09 लाख करोड़ रुपये हो गया है। परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार का संकेत देते हुए, 31 मार्च, 2024 तक शुद्ध ऋण-क्षीण परिसंपत्ति अनुपात 31 मार्च 2024 को 31 मार्च, 2023 के 1.01 प्रतिशत से घटकर 0.86 प्रतिशत हो गया और 31 मार्च 2024 को एनपीए परिसंपत्तियों से संबंधित प्रावधान कवरेज अनुपात 68.45 प्रतिशत था।
भविष्य के विकास को समर्थन देने के पर्याप्त अवसर का संकेत देते हुए, कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) 31 मार्च, 2024 तक 25.82 प्रतिशत था।
अपने शेयरधारकों को पुरस्कृत करने की परंपरा को जारी रखते हुए, कंपनी के निदेशक मंडल ने 5 रुपये प्रति इक्विटी शेयर (प्रत्येक 10/- रुपये के अंकित मूल्य पर) का अंतिम लाभांश घोषित किया है और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कुल लाभांश 16 रुपये प्रति इक्विटी शेयर है।