कोलकाता : बंधन बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की। बैंक का कुल कारोबार 22% बढ़कर 2.59 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कुल जमा में अब बैंक की खुदरा हिस्सेदारी लगभग 69% है। पिछली तिमाही में देखी गई उत्साहजनक बढ़त वितरण, व्यावसायिक दक्षता और अनुकूल परिचालन वातावरण में इसके विस्तार से प्रेरित है।
बैंक अब भारत में 6,300 बैंकिंग आउटलेट के माध्यम से 3.44 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। बंधन बैंक में कार्यरत कर्मचारियों की कुल संख्या अब लगभग 77,500 है।
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के दौरान बैंक की जमाराशि में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 23% की बढ़त हुई। कुल जमाराशि अब 1.33 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जबकि कुल एडवांस 1.26 लाख करोड़ रुपये हैं। चालू खाता और बचत खाता (सीएएसए) अनुपात समग्र जमाराशि के 33.4% है। बैंक की स्थिरता का सूचक पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 15.7% है, जो विनियामक आवश्यकता से अधिक है।
बैंक के एमडी और सीईओ रतन कुमार केश ने कहा, “साल की पहली तिमाही हमारे कारोबारी प्रदर्शन का प्रमाण है जिसे हम पूरे साल बनाए रखना चाहते हैं। हमने प्रमुख मापदंडों में स्थिरता और वृद्धि का प्रदर्शन किया है। बंधन बैंक की नींव उसके ग्राहकों के भरोसे और उसके कर्मचारियों की अटूट प्रतिबद्धता पर टिकी है। ये आधारशिलाएँ, प्रौद्योगिकी, प्रक्रिया, उत्पाद और लोगों पर ध्यान देने के साथ, बंधन बैंक 2.0 के विकास पथ को आगे बढ़ाएंगी।”
बैंक अपनी खुदरा बही को बढ़ाने के स्पष्ट इरादे के साथ परिसंपत्ति विविधीकरण पर अपना ध्यान केंद्रित करना जारी रखता है। बैंक उच्च उत्पादकता और दक्षता के लिए अधिक डिजिटलीकरण पर ध्यान केंद्रित करने का इरादा रखता है। इससे ग्राहक अनुभव में समग्र बढ़त भी होगी।