कोलकाता : इस साल मकर संक्रांति के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगासागर मेले में 55 लाख से अधिक तीर्थयात्री आए। संक्रांति के अंतिम दिन आज करीब 25 लाख श्रद्धालुओं ने बंगाल की खाड़ी और भागीरथी के संगम पर पवित्र डुबकी लगाई। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस महीने की पहली तारीख से अब तक 1 करोड़ 10 लाख से अधिक तीर्थयात्री गंगासागर मेले में आ चुके हैं। लाखों श्रद्धालुओं ने सागर में पवित्र डुबकी लगाने के बाद कपिल मुनि मंदिर में पूजा-अर्चना की।
हजारों तीर्थयात्री अनुष्ठान पूरा करने के बाद अपने गंतव्य के लिए रवाना हो चुके हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अब तक किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। मेले के दौरान अब तक कुल 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 9 श्रद्धालुओं को इलाज के लिए कोलकाता ले जाया गया है। 6 हजार 6 सौ से अधिक लापता तीर्थयात्रियों को सुरक्षित उनके परिवारों को सौंप दिया गया है।
प्रशासन द्वारा मुरीगंगा नदी में ड्रेजिंग के बाद बड़ी संख्या में जहाजों को खड़ा करने के कारण इस बार श्रद्धालु अधिक आसानी से गंगासागर द्वीप पर पहुंचे। प्रशासन ने मेले को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाए रखने के लिए विशेष उपाय किए। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई बायो टॉयलेट, मोबाइल क्लॉथ चेंजिंग रूम, नाइट शेल्टर, पाउच पीने के पानी की व्यवस्था की गई।
सागर तट पर शाम की सागर आरती में भारी भीड़ उमड़ी, जो देश की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को दर्शाती है। विभिन्न धार्मिक संगठन, गैर सरकारी संगठन और समाज कल्याण संगठनों ने श्रद्धालुओं के लिए अपनी अलग-अलग गतिविधियाँ आयोजित कीं।