कोलकाता : गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण समारोह के दौरान मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी (Marwari Relief Society) के सचिव प्रहलादराय गोयनका पर सोसायटी के अस्पताल में हमला किया गया। गोयनका ने पोस्ता पुलिस थाने में घटना की शिकायत दर्ज कराई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 10:15 बजे गोयनका ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए बड़ाबाजार स्थित मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी अस्पताल पहुंचे। जैसे ही वे अपनी कार से बाहर निकले, अस्पताल के 30 से 40 कर्मचारियों ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने उन्हें अस्पताल में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की। हमलावरों ने उन्हें धक्का दिया, बुरी तरह पीटा और उनके कपड़े फाड़ दिए। हमलावरों में संतोष कुमार सिंह, सरोज कुमार मिश्रा, श्रीराम शर्मा और अन्य शामिल थे।
आरोप है कि हमलावरों ने गोयनका को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी।
गोयनका ने बताया कि जब सरदार ज्योति सिंह और अस्पताल कर्मचारी जुगल चंद्र दास ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया और लात-घूंसों से उन्हें घायल कर दिया। गोयनका ने पुलिस से मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी के सचिव पर हुए हमले की विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं और कार्यकर्ताओं ने कड़ी निंदा की है।
वरिष्ठ पत्रकार और संपादक विश्वंभर नेवर, जो कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हैं, ने इस घटना को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकतें अस्वीकार्य हैं और सामाजिक संगठनों के कर्मचारियों और ट्रेड यूनियनों को संयम से काम लेना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिकायतों का समाधान बातचीत या न्यायिक प्रक्रिया से होना चाहिए, हिंसा से नहीं।
सोसायटी की कार्यकारिणी के सदस्य विष्णु मित्तल ने प्रहलादराय गोयनका पर हुए हमले की निंदा की। उन्होंने बताया कि गोयनका ध्वजारोहण समारोह में आए थे और उन पर हमला किया गया। मित्तल ने आश्वासन दिया कि हमले में शामिल कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस बात पर जोर दिया कि पूरा समाज गोयनका के साथ खड़ा है।
मित्तल ने कर्मचारियों से यह समझने का आग्रह किया कि अस्पताल दान के माध्यम से संचालित होता है और इस तरह की घटनाएं लोगों को सामाजिक कार्यों में योगदान देने से हतोत्साहित कर सकती हैं, जिससे अंततः समाज को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने समाज से ऐसे हमलावरों का विरोध करने का आह्वान किया।
अग्रसेन धाम, लोक संस्कृति और अन्य संगठनों से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता संदीप गर्ग ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह के हमले सामाजिक कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराते हैं। गर्ग ने इस बात पर प्रकाश डाला कि प्रहलादराय गोयनका एक पर्यावरणविद् और परोपकारी व्यक्ति हैं जो महत्वपूर्ण वित्तीय योगदान सहित सामाजिक कार्यों में सक्रिय रूप से योगदान करते हैं। उनके जैसे व्यक्ति पर हमला करना बेहद निंदनीय है।
मारवाड़ी रिलीफ सोसाइटी की कार्यकारी समिति के सदस्य शिवजी पांडे ने खुलासा किया कि कुछ कर्मचारियों ने गणतंत्र दिवस पर सुबह करीब 10:15 बजे गोयनका पर हमला किया और उनके कपड़े फाड़ दिए। पांडे ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे सोसाइटी के इतिहास में अभूतपूर्व बताया। उन्होंने कहा कि अगर कर्मचारियों को कोई शिकायत थी, तो उन्हें इसके बजाय उस पर चर्चा करनी चाहिए थी। कर्मचारियों की मांगों पर निर्णय श्रम आयुक्त कार्यालय में लंबित है।
SOURCE : MRS