मकर संक्रांति के अवसर पर आज पश्चिम बंगाल के गंगासागर में बंगाल की खाड़ी और भागीरथी के संगम पर लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया। राज्य प्रशासन ने देश के विभिन्न हिस्सों से यहां आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।
राज्य प्रशासन द्वारा जारी अनुमान के अनुसार आज करीब 30 लाख श्रद्धालु गंगासागर पहुंचे और कपिल मुनि मंदिर में पूजा की।
राज्य प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि संक्रांति कल सुबह तक जारी रहेगी, इसलिए श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी।
गंगासागर में अब तक कुल 5 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। 7 बीमार श्रद्धालुओं को इलाज के लिए कोलकाता ले जाया गया है।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार कपिल मुनि के दर्शन के लिए अभी भी हजारों श्रद्धालु गंगासागर की ओर जा रहे हैं। राज्य प्रशासन ने इस बार मेले को हरित मेला बनाने तथा प्लास्टिक के एकल उपयोग से बचने के लिए विशेष कदम उठाए हैं।
कपिल मुनि मंदिर के पुजारी मोहनतो संजय दास ने गंगासागर में मकर संक्रांति के महत्व को अद्वितीय बताया। उन्होंने कहा कि देश भर से श्रद्धालु अपने सपनों और धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा करने के लिए यहां एकत्र हुए हैं।
समुद्र तट पर सागर आरती ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आरती में देश की धार्मिक संस्कृति को दर्शाया गया है।
गंगासागर की ओर जाने वाले सड़क और जल परिवहन पर प्रशासन कड़ी नजर रख रहा है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
कपिलमुनि की पूजा करने से पहले कई श्रद्धालु खुले आसमान के नीचे रात बिता रहे हैं। कपिलमुनि मंदिर को रोशनी से खूबसूरती से सजाया गया है।