नई दिल्ली : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज कर्नाटक के मैसुरू जिले में सुत्तूर यात्रा महोत्सव को संबोधित किया। इस अवसर पर केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार (According to the press release issued by PIB)
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि सुत्तूर मठ नि:स्वार्थ सेवा, कर्म ही पूजा और परोपकार, इन तीनों सूत्रों का केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि पहले मठाधीश जगद्गुरु श्री शिवरात्रि स्वरयोगी से लेकर जगद्गुरु श्री शिवरात्रि देसीकेन्द्र महास्वामी तक 24 पीठाधीशों ने इस सेवा की परंपरा और यज्ञ को अखंड एवं अनवरत रूप से जारी रखा है, जिससे पूरी दुनिया में इस मठ के लाखों अनुयायी हुए। उन्होंने कहा कि सुत्तूर मठ ने लोगों के जीवन में प्रकाश भरने का काम किया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 6 से 11 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा यह महोत्सव एक प्रकार से हमारी सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित रखने का काम करता है। उन्होंने कहा कि यहां रथोत्सव, तपोत्सव सहित कई उत्सव और विशेष पूजा होते हैं और सामूहिक विवाह होता है। उन्होंने कहा कि इस दौरान कृषि मेला आयोजित होता है, कुश्ती भी होती है और पारंपरिक खेल भी होते हैं और एक प्रकार से सामाजिक जीवन के सभी अंगों को समाहित कर यहां उत्सव मनाया जाता है।
श्री अमित शाह ने कहा कि परमपूज्य जगद्गुरु श्री शिवरात्रि देसीकेन्द्र महास्वामी ने अपनी इस परंपरा को आगे ले जाते हुए कई काम किए हैं। इस मठ के अधीन लगभग 350 एजुकेशनल इंस्टीट्यूट हैं, जिनमें 20000 से ज्यादा लोग कार्यरत हैं और एक लाख से ज्यादा विद्यार्थी इनमें पढ़ाई कर रहे हैं। श्री शाह ने कहा कि इस मठ ने दिव्यांगों के लिए एक पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट स्थापित करने का काम किया है और ये प्रयास अपने आप में पूरे देश में एक विशेष महत्व रखता है। इस इंस्टीट्यूट में 900 से ज्यादा दिव्यांग बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में भगवान श्री राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की है। उन्होंने कहा कि सुत्तूर मठ ने भी अयोध्या में अपनी शाखा शुरू करने का निर्णय किया है।
श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व पटल पर गौरवान्वित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर, काशी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, महाकाल कॉरिडोर, बाबा केदारनाथ और बद्री धाम का पुनरुद्धार जैसे कई सांस्कृतिक केंद्रों को प्रधानमंत्री मोदी ने पुनर्जीवित करने का काम किया है। श्री शाह ने कहा कि मोदी जी ने देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के साथ-साथ हमारे योग, आयुर्वेद और हमारी भाषाओं के संरक्षण के लिए भी कई कदम उठाए हैं।