नयी दिल्ली : श्री रामनवमी के अवसर पर अभिजीत मुहूर्त पर श्री राम लला के ललाट पर सूर्य तिलक हुआ। करीब चार मिनट तक यह दुर्लभ संयोग रहा। दुनिया इस अभूतपूर्व पल की साक्षी बनी। सूर्य तिलक के साथ ही मंदिर में आरती की गई। इससे पहले कुछ देर के लिए मंदिर के पट बंद किए गए। गर्भगृह की लाइट बंद कर दी गई, ताकि सूर्य तिलक स्पष्ट नजर आए। बता दें कि ट्रस्ट ने निणर्य लिया है कि अगले बीस वर्ष तक लगातार सूर्य तिलक होता रहेगा।
दूसरी बार हुआ सूर्य तिलक
रामनवमी पर दूसरी बार रामलला के ललाट पर सूर्य तिलक किया गया है। इसका सीधा प्रसारण देश-दुनिया के लोगों ने देखा।
तुलसीदास लिखते हैं कि रामलला का जब जन्म हुआ, तब सूर्य देव अयोध्या पहुंचे। इतना मोहित हुए कि एक महीने अयोध्या में रह गए। इस दौरान अयोध्या में रात नहीं हुई। भगवान राम सूर्यवंशी थे यानी सूर्य उनके कुल देवता हैं।
सनातन राष्ट्र की आस्था का प्रतीक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनवमी के पावन अवसर पर अयोध्या में श्री राम लला के ललाट पर सूर्य तिलक के दृश्य को सनातन राष्ट्र की आस्था का प्रतीक बताया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस खास पल को लेकर एक भावुक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने इसे भारत की संस्कृति और परंपराओं की दिव्यता की अभिव्यक्ति करार दिया।