नई दिल्ली : 9 और 10 फरवरी को नई दिल्ली में इंडिया गेट (India Gate) पर लाइफ (पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली) विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय प्रदर्शनी और पर्यावरण अनुकूल गतिविधियों का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार (According to the press release issued by PIB) 60 से अधिक संस्थानों के 2,500 से अधिक विद्यालयों और महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और अपनी ऊर्जा और रचनात्मकता को लाइफ के कार्यों में प्रदर्शित किया। इन दो दिनों में कुल मिलाकर 3,000 से अधिक लोगों ने प्रदर्शनियों का दौरा किया।
दूसरे दिन विद्यालय के विद्यार्थियों ने पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली के लिए अपने विचारों का प्रदर्शन किया, जिसमें दिन-प्रतिदिन की यांत्रिक गतिविधियों से गतिज ऊर्जा का उपयोग करना, कृषि अवशेषों से ऊर्जा पैदा करना और ई-कचरे से सजावटी उत्पाद बनाना शामिल था। विचार सुविचारित और व्यावहारिक थे।
कार्यक्रम दे कौरान ऑन-द-स्पॉट फेस पेंटिंग और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता हुई, स्कूली बच्चों और युवाओं ने पर्यावरण चेतना के बारे में अपने दृष्टिकोण की रचनात्मक अभिव्यक्ति की, जिसमें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और हमारे चारों ओर जीव-जंतुओं और वनस्पतियों को बढ़ाने के लिए पेड़ लगाने से लेकर बिजली के उपकरणों का सर्वोत्तम उपयोग शामिल था।
सुलभ-अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संस्थान द्वारा अपशिष्ट प्रबंधन पर एक कार्यशाला भी आयोजित की गई, जिसमें दिखाया गया कि हम अपने घरों में ही स्रोत पर ही गीले और सूखे कचरे को कितनी आसानी से अलग कर सकते हैं, जिससे स्थानीय निकायों द्वारा अपशिष्ट प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।
लाइफ (पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली) विषय वाले उत्पादों की प्रदर्शनी में, गैर-सरकारी संगठन और 18 ईआईएसीपी (पर्यावरण सूचना जागरूकता, क्षमता निर्माण और आजीविका कार्यक्रम) केंद्र पूरे भारत में, अहमदाबाद, आइजोल, अल्मोडा, चेन्नई, देहरादून, हैदराबाद, लखनऊ, पटना और पुणे के साथ-साथ प्रकृति के लिए विश्वव्यापी निधि (डबल्यूडबल्यूएफ़) इंडिया, सुलभ-अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संस्थान (आईआईएचएच), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-भारतीय खनन संस्थान (आईएसएम) धनबाद, ऊर्जा और संसाधन संस्थान (टीईआरआई), जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), योजना और वास्तुकला विद्यालय और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ईआईएसीपी केंद्रों ने ईआईएसीपी के हरित कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित लोगों द्वारा बनाए गए पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों को प्रदर्शित किया। प्रदर्शित उत्पादों में मोटा अनाज-आधारित खाद्य पदार्थ, जैविक शहद, गैर-लकड़ी वन उपज जैसे कटलरी, लैंपशेड, टोकरी और बैग से लेकर रसोई के कचरे से खाद और इलेक्ट्रिक स्टोव को बिजली देने के लिए पोर्टेबल सौर पैनल तक उपयोगी वस्तुएं शामिल थीं।
युवाओं ने प्रेरक विचारों और पर्यावरणीय चेतना की रचनात्मक अभिव्यक्ति का प्रदर्शन किया। प्रतिभागी लाइफ (पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली) विषय के प्रदर्शन के साथ-साथ इसके प्रति अपने उत्साह और सामूहिक कार्रवाई में उत्कृष्ट थे। व्यक्तिगत प्रतिभागियों, टीमों के साथ-साथ विद्यालयों और महाविद्यालयों को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री नमिता प्रसाद ने पुरस्कार प्रदान किए।
यह कार्यक्रम प्रकृति के लिए विश्वव्यापी निधि (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) इंडिया ईआईएसीपी केंद्र द्वारा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया गया था।
लाइफ (पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली) को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सीओपी-26 में पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए “बिना सोचे समझे और विनाशकारी उपभोग के बजाय सचेत और सोच समझकर उपयोग” के लिए एक जन आंदोलन के रूप में प्रस्तुत किया गया था। इसका उद्देश्य व्यक्तियों और समुदायों को ऐसी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है जो प्रकृति के अनुरूप हो और उसे नुकसान न पहुंचाए। मिशन लाइफ (पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली) का लक्ष्य लाइफ के दृष्टिकोण को मापने योग्य प्रभाव में बदलना है।