नई दिल्ली : सहरसा जिले (Saharsa district) के कहरा प्रखंड स्थित बनगांव ग्राम की बेटी लक्ष्मी झा (Laxmi Jha) ने मलेशिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट किनाबालु (Mount Kinabalu, the highest peak in Malaysia) पर तिरंगा फहरा कर इतिहास रच दिया है। इस चोटी पर तिरंगा फहराने वाली लक्ष्मी पहली भारतीय महिला हैं। लक्ष्मी के इस साहसिक कार्य ने सहरसा का नाम देश-विदेश में रोशन कर दिया।
अपने इस अभियान को लेकर लक्ष्मी झा ने बताया कि 5 जुलाई को सुबह पांच बजे मलेशिया एयरपोर्ट पहुंची थी। उसी दिन यहां से शाम छह बजे डोमेस्टिक फ्लाइट से कोटा किनाबालु शाम आठ बजे पहुंच गई थी। लक्ष्मी ने बताया कि यहां दो दिन रेस्ट लेने के बाद 8 जुलाई को सुबह दस बजे उसने माउंट किनाबालु की चढ़ाई शुरू की दी और शाम चार बजे तक वह बेस कैंप पहुंच गई।
यहां से 9 जुलाई को सुबह तीन बजे से माउंट किनाबालु की चढ़ाई का अंतिम चरण शुरू किया और छह बजकर 40 मिनट पर वह चोटी पर पहुंच गई और वहां तिरंगा फहराया। लक्ष्मी ने बताया कि माउंट पर चढ़ाई के दौरान बहुत सारी मुश्किलें आईं और बारिश होने के साथ ही मौसम भी बहुत खराब था। चढ़ाई दौरान मेरे घुटनों में चोट भी आई है। लक्ष्मी ने अपनी सफलता के लिए पूर्व राज्यसभा सदस्य आरके सिन्हा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हीं के प्रोत्साहन और मदद की बदौलत आज मैं मांउट किनाबालु जैसी लंबी चोटी पर चढ़ने में सफल हो सकी हूं।
उल्लेखनीय है कि माउंट किनाबालु बोर्नियो और मलेशिया का सबसे ऊंचा पर्वत है, जिसकी ऊंचाई 4,095 मीटर (13,435 फीट) है। यह चाेटी दक्षिण पूर्व एशिया की 28वीं सबसे ऊंची चोटी और दुनिया की 20वीं सबसे प्रमुख चाेटी है। लक्ष्मी इंडिया की पहली बेटी है, जिन्होंने माउंट किनाबालु पर चढ़ाई कर सहरसा का नाम देश एवं विदेश में ऊंचा किया है।