नई दिल्ली : भारत की राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा इंडिया) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने मिलकर “प्रिजर्विंग फेयर प्ले: ए स्टैंड अगेंस्ट वाडाज़ प्रोहेबिटेड सब्सटेंसेज” विषय पर एक लाइव सत्र आयोजित किया। पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार
इस सत्र का उद्देश्य खेलों में प्रतिबंधित पदार्थों के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और एथलीटों के बीच निष्पक्ष खेल भावना और ईमानदारी की संस्कृति को बढ़ावा देना है। इसमें एथलीटों, प्रशिक्षकों, शिक्षकों और खेल प्रेमियों सहित विविध लोगों की भागीदारी रही। इस सत्र के वक्ताओं के पैनल में डॉ. कर्नल राणा के चेंगप्पा और डॉ. मलिका शर्मा शामिल थे, जिन्होंने खेलों में डोपिंग से उत्पन्न चुनौतियों के बारे में अपनी जानकारी और अनुभव साझा किए।