नई दिल्ली : ओडिशा की प्रख्यात कृषिविद आदिवासी महिला कमला पुजारी का शनिवार को निधन हो गया, वह 70 वर्ष की थीं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
कमला पुजारी जैविक खेती में अपने योगदान और धान की सैकड़ों देशी किस्मों के संरक्षण के लिए जानी जाती थीं। 2019 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था।
राष्ट्रपति मुर्मु ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि प्रख्यात कृषिविद श्रीमती कमला पुजारी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उन्हें धान और अन्य फसलों के लुप्तप्राय और दुर्लभ बीजों को संरक्षित करने की उनकी प्रेरक पहल के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उन्होंने कई किसानों, खासकर महिला किसानों के बीच जैविक खेती को बढ़ावा दिया। जैविक खेती और पर्यावरण संरक्षण में उनके योगदान को याद किया जाएगा। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
Pained by the passing away of Smt. Kamala Pujari Ji. She made a monumental contribution to agriculture, particularly boosting organic agricultural practices and protecting indigenous seeds. Her work in enriching sustainability and protecting biodiversity will be remembered for… pic.twitter.com/GUupabkQ9m
— Narendra Modi (@narendramodi) July 20, 2024
प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट में कहा, “श्रीमती कमला पुजारी जी के निधन से दुखी हूं। उन्होंने कृषि, विशेष रूप से जैविक कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने और देसी बीजों की रक्षा करने में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया। स्थिरता को समृद्ध करने और जैव विविधता की रक्षा करने में उनके काम को वर्षों तक याद किया जाएगा। वह आदिवासी समुदायों को सशक्त बनाने में भी एक प्रकाश स्तंभ थीं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”