नई दिल्ली : उत्तराखंड राज्य को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए अब चारधाम यात्रा मार्ग पर इलेक्ट्रिक वाहन फर्राटा भरेंगे। आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि इस बार इलेक्ट्रिक वाहन चाहे वह कामर्शियल हों या निजी, उन्हें चारधाम आने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए चारधाम यात्रा मार्ग पर चार्जिंग स्टेशन की व्यवस्था की जा रही है। चार्जिंग स्टेशन की संपूर्ण जानकारी लोग एप के माध्यम से ले सकेंगे। दरअसल, फरवरी 2018 में संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में वाहनों से लगातार बढ़ रहे प्रदूषण पर चिंता जताई गई थी। इसके बाद पर्यावरण संरक्षण के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी कड़ी में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है।
चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले राज्य सरकार ने यात्रा मार्ग पर इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर रही है। उत्तराखंड सरकार इन धामों के मार्ग में हर तीस किलोमीटर पर एक चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना है। चारधाम मार्गों पर इलेक्ट्रिक कार और बसों की बैटरियों की क्षमता तय है। साथ ही तय किलोमीटर की दूरी पूरी करने के बाद उन्हें चार्ज करना होता है।
42 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन
चारधाम रूट की लंबाई लगभग 900 किमी से ज्यादा है। इससे पहले चार्जिंग प्वाइंट न होने के कारण इलेक्ट्रिक वाहन स्वामी और वाहन चालक लंबा सफर करने से हिचकते थे, लेकिन अब चार्जिंग स्टेशन बनने से चारधाम की यात्रा सुगम और सरल होगी।
चारधाम यात्रा पर आने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग की कोई समस्या नहीं रहेगी। इसके लिए यात्रा मार्गों पर 42 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार से स्वीकृत और उत्तराखंड परिवहन निगम से प्राप्त धनराशि से इन स्टेशन की स्थापना के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। जीएमवीएन के 24 पर्यटक आवास गृह और परिवहन निगम के चार बस स्टेशन पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके अलावा टिहरी हाइड्रो डेवपलमेंट कारपोरेशन भी जीएमवीएन के 14 पर्यटक आवास गृह में यह स्टेशन स्थापित कर रहा है। इन चार्जिंग स्टेशन में यूनिवर्सल चार्जर होंगे। एक चार्जर 60 किलोवाट का होगा, जिसमें 30-30 किलोवाट की दो गन होंगी।