NEW DELHI: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के काफिले पर सोमवार को कुकी उग्रवादियों ने हमला किया। 8 जून की हिंसा के बाद सीएम एन बीरेन सिंह जिरीबाम के दौरे पर जाने वाले थे। मंगलवार को होने वाले सीएम के दौरे से पहले सुरक्षा काफिला एनएच-37 से गुजर रहा था, तभी उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया। हमले के बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की। इस दोतरफा एनकाउंटर में 1 के घायल होने की खबर है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मीडिया से कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और अत्यधिक निंदनीय है। यह सीधे मुख्यमंत्री पर, यानी राज्य के लोगों पर हमला है। इसलिए, राज्य सरकार को कुछ करना होगा। इसलिए, मैं अपने सभी सहयोगियों से बात करूंगा और हम निर्णय लेंगे। दरअसल मणिपुर करीब एक साल से छिटपुट हिंसा की चपेट में है। मैतेई और कुकी समुदायों के बीच शुरू हुई जातीय हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। आज मुख्यमंत्री बीरेन सिंह का काफिला हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले की तरफ जा रहा था। सीएम वहां मौजूदा स्थिति का जायजा लेने जाने वाले थे। सुरक्षा बलों ने हमले के बाद जवाबी कार्रवाई की। इस दोतरफा एनकाउंटर में एक के घायल होने की खबर है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने कहा कि मणिपुर के जिरीबाम जिले में स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है। शनिवार (8 जून) को हुई घटना के बाद प्रभावित इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लमताई खुनौ, डिबोंग खुनौ, नुनखाल और बेगरा गांवों में 70 से अधिक मकानों में आग लगा दी गई। मणिपुर के जिरीबाम में संदिग्ध उग्रवादियों के एक 59 वर्षीय व्यक्ति की हत्या के बाद हिंसा भड़क उठी थी। पिछले साल मई से जारी जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।