नई दिल्ली : बीजापुर जिले में बीते शनिवार को एक इनामी माओवादी दंपती समेत 12 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है। सभी नक्सलियों ने सीआरपीएफ के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया ।
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने बताया है कि नक्सलियों ने वरिष्ठ पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया ।ये सभी नक्सली आदिवासियों पर माओवादियों द्वारा किए जा रहे अत्याचारों से निराश थे। इसलिए इनलोगों ने आत्मसमर्पण किया है।आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं, जो कि भैरमगढ़, गंगालूर और राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र समितियों के तहत सक्रिय थीं।
आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति का मिलेगा लाभ
आत्मसमर्पित नक्सलियों में मुन्ना मोडियाम(23 वर्ष ) राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र समिति का प्लाटून पार्टी समिति सदस्य है, जिस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। उनकी पत्नी जननी मोडियाम(23 वर्ष), जो कि माओवादियों की सांस्कृतिक शाखा चेतना नाट्य मंडली की प्रमुख थी, उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। इसके साथ ही राजू पुनेम(29 वर्ष ), पुसनार डीएकेएमएस (दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन- माओवादियों की अग्रिम शाखा) के प्रमुख के रूप में सक्रिय था, उस पर एक लाख रुपये का इनाम था। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 25 हजार रुपये की तत्काल सहायता प्रदान की गई है। सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।नक्सलियों के खिलाफ सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों और मशीनों में आग लगाने, पुलिस दल पर हमला करने और बारूदी सुरंग विस्फोट करने जैसी घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।