नई दिल्ली : वायु सेना संघ (एएफए) ने आज अपना 43वां वार्षिक दिवस मनाया। समारोह की शुरुआत, वायु सेना एसोसिएशन के अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदोरिया (सेवनिवृत) द्वारा 20 सितंबर 23 को सुबह सभी आईएएफ वेटरन्स की ओर से राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सशस्त्र बलों के शहीदों को सम्मानित करने से हुई। पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इसके बाद नई दिल्ली के सुब्रतो पार्क स्थित वायु सेना सभागार में वार्षिक आम बैठक (एजीएम) का आयोजन दिन में किया गया।
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी एजीएम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने अपने संबोधन में बैठक में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों को पिछले एक वर्ष में भारतीय वायुसेना की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। सीएएस ने भारतीय वायुसेना का कद और ताकत बढ़ाने के लिए पूर्व सैनिकों की बहादुरी, कड़ी मेहनत और बलिदान की सराहना की। सीएएस ने एएफए के लिए खुद को समर्पित करने वाले तीन उत्कृष्ट वायु सैनिकों को सम्मानित किया। उन्होंने एएफए संगठन को मजबूत बनाने में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को भी सम्मानित किया। बैठक में वायु सेना के कई सेवानिवृत्त प्रमुख और सेवारत अधिकारी भी उपस्थित थे।
वायु सेना एसोसिएशन गैर-सरकारी क्षेत्र में एक कल्याणकारी संगठन है, जो वायु सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण में सक्रिय रूप से शामिल है। एसोसिएशन विधवाओं और निराश्रित बच्चों के दुखों को कम करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। एसोसिएशन की स्थापना 15 सितंबर 1980 को वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह डीएफसी के संरक्षण में हुई थी। इसकी बीस शाखाएं पूरे देश में हैं। साथ ही यूके और ऑस्ट्रेलिया में भी इसकी दो शाखाएं हैं। इसमें लगभग 92141 एयर वेटरन सदस्य हैं और 6190 जीवनसाथी सदस्य हैं।
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