नई दिल्ली : नीति आयोग ने नीति कार्ययोजना पत्र श्रृंखला के तहत तकनीकी-वाणिज्यिक तैयारी और बाजार परिपक्वता मैट्रिक्स (टीसीआरएम मैट्रिक्स) फ्रेमवर्क जारी किया, जो एक अग्रणी मूल्यांकन उपकरण है और जिसे प्रौद्योगिकी मूल्यांकन में क्रांति लाने, नवाचार को बढ़ावा देने तथा भारत में उद्यमिता को प्रोत्साहन देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कार्ययोजना पत्र तकनीकी तैयारी स्तर (टीआरएल), व्यावसायीकरण तैयारी स्तर (सीआरएल), और बाजार तैयारी स्तर (एमआरएल) पैमाने समेत प्रौद्योगिकी फ्रेमवर्क के ऐतिहासिक विकास पर प्रकाश डालता है। इन फ्रेमवर्क के मूल सिद्धांतों पर निर्माण करके, टीसीआरएम मैट्रिक्स फ्रेमवर्क एक एकीकृत मूल्यांकन मॉडल प्रस्तुत करता है, जो प्रौद्योगिकी विकास चक्र के हर चरण में हितधारकों को गहन अंतर्दृष्टि और कार्रवाई योग्य बुद्धिमत्ता प्रदान करता है।
कार्ययोजना पत्र, व्यापक नवाचार इकोसिस्टम के अंतर्गत टीसीआरएम मैट्रिक्स फ्रेमवर्क को एकीकृत करने के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश प्रदान करता है। ऐसा करके, नीति निर्माता, रणनीतिकार, शिक्षाविद और निवेशक इसकी पूरी क्षमता का उपयोग कर सकते हैं और सार्थक बदलाव ला सकते हैं। टीसीआरएम मैट्रिक्स फ्रेमवर्क को अपनाने के लिए विशिष्ट राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नवाचार परिदृश्यों के भीतर एक व्यापक विश्लेषण और संदर्भीकरण की आवश्यकता है।
डॉ. वी.के. सारस्वत, सदस्य (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी), नीति आयोग ने कहा, “तकनीकी-वाणिज्यिक तैयारी और बाजार परिपक्वता मैट्रिक्स (टीसीआरएम मैट्रिक्स) फ्रेमवर्क की शुरूआत भारत के नवाचार और उद्यमिता परिदृश्य के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। एक मजबूत मूल्यांकन उपकरण प्रदान करके, हमारा उद्देश्य देश भर में हितधारकों को जानकारी आधारित निर्णय लेने, प्रौद्योगिकी व्यावसायीकरण संभावनाओं को बढ़ाने और नवाचार के क्षेत्र में भारत को विश्व स्तर पर अग्रणी देश बनाने की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बनाना है।”
कार्ययोजना पत्र, डॉ. वी.के. सारस्वत, सदस्य, नीति आयोग के साथ डॉ. नीरज सिन्हा, वरिष्ठ सलाहकार; श्री नमन अग्रवाल, विशेषज्ञ; सुश्री नबा सुरूर, सहायक और श्री सिद्धेय जी शिंदे, युवा पेशेवर, नीति आयोग द्वारा लिखा गया है।
भारत सरकार, नीति आयोग के माध्यम से नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कार्ययोजना पत्र का विमोचन; तकनीकी प्रगति और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने से जुड़े सरकार के निरंतर प्रयासों का प्रमाण है। टीसीआरएम मैट्रिक्स फ्रेमवर्क भारत के नवाचार इकोसिस्टम को उत्प्रेरित करने और परिवर्तनकारी विचारों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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