नई दिल्ली : बांग्लादेश (bangladesh) के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (International Crime Tribunal ) ने आज गुरुवार को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (sheikh hasina) और अवामी लीग के 45 प्रमुख नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट (arrest warrent) जारी किए हैं। द डेली स्टार के मुताबिक यह वारंट जुलाई-अगस्त माह में विद्रोह के दौरान मानवता के खिलाफ किए गए कथित अपराधों के लिए जारी किया गया है।
यह फैसला तब आया जब अभियोजन पक्ष ने न्यायाधिकरण में दो याचिकाएं दायर कर इन लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की मांग की थी। मुख्य अभियोजक मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने द डेली स्टार को बताया कि न्यायाधिकरण ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे शेख हसीना और अन्य 45 आरोपियों को 18 नवंबर से पहले गिरफ्तार कर अदालत में पेश करें।
इस वारंट सूची में पूर्व मंत्री ओबैदुल कादर, असदुज्ज़मान खान कमाल, हसन महमूद और अनिसुल हक जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। इनके खिलाफ विद्रोह के दौरान मानवता के खिलाफ अपराधों और नरसंहार की 60 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं। ICT की जांच एजेंसी और अभियोजन टीम ने इन शिकायतों की जांच शुरू कर दी है।
इसके साथ ही, सरकार अंतरराष्ट्रीय अपराध (न्यायाधिकरण) अधिनियम-1973 में संशोधन के लिए एक मसौदा तैयार कर रही है। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्य अभियोजक ताजुल इस्लाम ने मीडिया को बताया कि इंटरपोल की मदद से शेख हसीना और अन्य फरार आरोपियों को वापस लाने का प्रयास किया जाएगा जो फिलहाल विदेश में हैं।