नई दिल्ली : ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY NRLM)) ने व्यक्तिगत वित्तपोषण को बढ़ावा देने के लिए 9 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और एक निजी बैंक के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इन बैंकों में- बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda), बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India), बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra), केनरा बैंक (Canara Bank), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India), इंडियन बैंक (Indian Bank), इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank), पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank), यूको बैंक (UCO Bank) और आईडीबीआई बैंक लिमिटेड (IDBI Bank) शामिल हैं।
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने आज (शुक्रवार) कहा इन बैंकों ने डीएवाई-एनआरएलएम के अंतर्गत व्यक्तिगत महिला उद्यमियों के वित्तपोषण के लिए विशिष्ट ऋण योजना तैयार की है। इस तरह से तैयार की गई योजना में महिला उद्यमियों को अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए अपनी जरूरत के अनुसार ऋण प्राप्त करने में मदद मिलेगी। यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित लखपति दीदी बनाने के लक्ष्य की प्राप्ति के अनुरूप है।
ग्रामीण विकास सचिव शैलेश कुमार सिंह ने बैंकों को सलाह दी कि वे इस अवसर का लाभ उठाकर महिला स्वयं सहायता समूहों की सदस्यों को बेहतर परिसंपत्तियों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी आर्थिक गतिविधियां शुरू करने के लिए वित्तपोषित करें। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण साबित होगी और कई महिला स्वयं सहायता समूहों को इसका लाभ मिलेगा।
मंत्रालय ने बताया कि चरणजीत सिंह (अतिरिक्त सचिव, ग्रामीण विकास) ने कहा कि बैंकों ने जो विशिष्ट ऋण योजनाएं बनाई हैं उनकी जानकारी शाखा अधिकारियों को होनी चाहिए ताकि ग्रामीण महिलाओं को शाखा स्तर पर वित्त प्राप्त करने में कठिनाई का सामना न करना पड़े। वहीं, मिशन की शुरुआत से अब तक बैंकों द्वारा स्वयं सहायता समूहों को 9.5 करोड़ रुपये से अधिक ऋण दिए गए हैं।