• About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Sunday, July 6, 2025
  • Login
Mochan Samachaar
Advertisement
  • होम
  • बंगाल
  • देश
    • असम
    • बंगाल
  • विदेश
  • व्‍यापार
  • खेल
  • धर्म
  • स्‍वास्‍थ्‍य
  • संपर्क करें
No Result
View All Result
  • होम
  • बंगाल
  • देश
    • असम
    • बंगाल
  • विदेश
  • व्‍यापार
  • खेल
  • धर्म
  • स्‍वास्‍थ्‍य
  • संपर्क करें
No Result
View All Result
Mochan Samachaar
No Result
View All Result
  • होम
  • बंगाल
  • देश
  • विदेश
  • व्‍यापार
  • खेल
  • धर्म
  • स्‍वास्‍थ्‍य
  • संपर्क करें
Home बंगाल

संघर्ष समाधान और मध्यस्थता के ल‍िए शिक्षण समुदाय, परिसर के भीतर गैर-शिक्षण समुदाय और अभिभावकों को आना होगा एक साथ : राज्‍यपाल बोस

Mochan Samachaar Desk by Mochan Samachaar Desk
08/03/2025
in बंगाल
Reading Time: 1 min read
0
संघर्ष समाधान और मध्यस्थता के ल‍िए शिक्षण समुदाय, परिसर के भीतर गैर-शिक्षण समुदाय और अभिभावकों को आना होगा एक साथ : राज्‍यपाल बोस
259
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय यूनिवर्स‍िटी में बीते द‍िनों की घटी घटना के पश्‍चात आज पश्‍च‍िम बंगाल के राज्‍यपाल ने राज्‍य के कई व‍िश्‍वव‍िद्यालयों के कुलप‍त‍ियों के साथ बैठक की। बैठक के पश्‍चात पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सी.वी. आनंद बोस (West Bengal Governor Dr. CV Ananda Bose) ने संवाददाता सम्‍मेलन में बताया क‍ि राज्‍य के कुलपत‍ियों ने कहा है कि विश्वविद्यालयों में मादक द्रव्यों के सेवन की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे संघर्ष और हिंसा भी बढ़ रही है। कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां संघर्ष समाधान और मध्यस्थता के लिए सक्रिय कार्रवाई की जानी चाहिए।

इस उद्देश्य के लिए शिक्षण समुदाय, परिसर के भीतर गैर-शिक्षण समुदाय और अभिभावकों को एक साथ आना होगा। यही संघर्ष समाधान और मध्यस्थता है। फिर, मानसिक स्वास्थ्य सहायता सेवाएँ है। कुछ छात्र जो नशीली दवाओं के प्रभाव में हैं…उनमें असहिष्णुता पैदा हो जाती है, उनमें गुस्सा पनपता है, जो हिंसा की ओर ले जाता है।”

 

बता दें क‍ि हाल के घटनाक्रमों की पृष्ठभूमि में 07.03.2025 को पश्चिम बंगाल के कुलपतियों की एक बैठक की अध्यक्षता माननीय कुलपति और कुलाधिपति ने की। चर्चाओं से निम्नलिखित मुख्य आम सहमति बिंदु उभर कर सामने आए:

• विभिन्न विश्वविद्यालयों के पास काम करने के लिए अलग-अलग पारिस्थितिकी तंत्र हैं और इसलिए उनके सामने आने वाले मुद्दे अलग-अलग हो सकते हैं और इसलिए उन्हें अलग-अलग तरीके से संबोधित करने की आवश्यकता है।

• स्थानीय आबादी के साथ विश्वविद्यालय का तालमेल ज्ञान के मंदिर के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करने और समाज को सार्थक रूप से सेवा प्रदान करने में महत्वपूर्ण था।

• निगरानी प्रकोष्ठ, परामर्श प्रकोष्ठ, अनुशासन समितियाँ आदि जैसे विभिन्न विश्वविद्यालय प्रकोष्ठों को चालू करने और उनके अधिदेश के अनुसार कार्य करने की आवश्यकता है।

• कुलपतियों को छात्रों के साथ घनिष्ठ संबंध विकसित करने चाहिए।

• आधुनिक निगरानी प्रणाली, सुरक्षा बुनियादी ढाँचा, नशा विरोधी अभियान को लागू किया जाना चाहिए और उसे कार्यात्मक बनाया जाना चाहिए।

• यह महत्वपूर्ण था कि छात्रों को अधिनियमों और विधियों के प्रावधानों और उस ढांचे के बारे में संवेदनशील बनाया जाए जिसमें उन्हें होना चाहिए।

निम्नलिखित पर आम सहमति थी:

अल्पकालिक उपाय
1. संकट प्रबंधन प्रकोष्ठ स्थापित करें: संभावित संघर्षों और हिंसक स्थितियों की निगरानी और प्रतिक्रिया के लिए समर्पित टीमें स्थापित करें।

2. परिसर की सुरक्षा में सुधार करें: सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा कर्मियों और प्रवेश नियंत्रण सहित सुरक्षा उपायों को बढ़ाएँ।

4. नियमित सुरक्षा अभ्यास और जागरूकता कार्यक्रम: छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को आपातकालीन प्रक्रियाओं के बारे में शिक्षित करने के लिए नियमित सुरक्षा अभ्यास और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें।

दीर्घकालिक उपाय

1. समावेशी परिसर संस्कृति को बढ़ावा दें: सभी छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए एक स्वागत योग्य वातावरण बनाने के लिए विविधता, समानता और समावेश की पहल को बढ़ावा दें।

2. संघर्ष समाधान और मध्यस्थता: विवादों और शिकायतों को दूर करने के लिए संघर्ष समाधान और मध्यस्थता प्रक्रिया स्थापित करें।

3. मानसिक स्वास्थ्य सहायता सेवाएँ: छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को परामर्श और चिकित्सा सहित सुलभ मानसिक स्वास्थ्य सहायता सेवाएँ प्रदान करें।

4. सामुदायिक सहभागिता और आउटरीच: परिसर की सुरक्षा को बढ़ावा देने और संभावित संघर्षों को संबोधित करने के लिए स्थानीय समुदायों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सामाजिक संगठनों के साथ साझेदारी को बढ़ावा दें।

आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाना चाहिए
1. आपातकालीन रिपोर्टिंग के लिए मोबाइल ऐप: छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए आपात स्थिति, खतरों या चिंताओं की रिपोर्ट करने के लिए मोबाइल ऐप विकसित करें।
2. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित खतरे का पता लगाना: संभावित खतरों के लिए सोशल मीडिया, ऑनलाइन फ़ोरम और अन्य डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म की निगरानी करने के लिए AI-संचालित टूल का उपयोग करें।
3. डिजिटल निगरानी प्रणाली: परिसर की सुरक्षा बढ़ाने के लिए चेहरे की पहचान तकनीक सहित उन्नत डिजिटल निगरानी प्रणाली लागू करें।

सहयोग और भागीदारी
1. अंतर-विश्वविद्यालय सहयोग: परिसर की सुरक्षा में सर्वोत्तम प्रथाओं, संसाधनों और विशेषज्ञता को साझा करने के लिए अन्य विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ सहयोग को बढ़ावा दें।
2. सरकार और कानून प्रवर्तन भागीदारी: समय पर प्रतिक्रिया और सहायता सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों, सरकारी विभागों और आपातकालीन सेवाओं के साथ साझेदारी विकसित करें।
3. समुदाय-आधारित पहल: परिसर में सुरक्षा को बढ़ावा देने और संभावित संघर्षों को संबोधित करने के लिए स्थानीय समुदायों, गैर सरकारी संगठनों और सामाजिक संगठनों के साथ जुड़ें।
अनुसंधान और मूल्यांकन
1. नियमित सुरक्षा ऑडिट: संभावित कमजोरियों और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने के लिए नियमित सुरक्षा ऑडिट आयोजित करें।
2. परिसर में हिंसा पर शोध: परिसर में हिंसा पर शोध करें, जिसमें इसके कारण, परिणाम और रोकथाम की रणनीतियाँ शामिल हों।
3. सुरक्षा पहलों का मूल्यांकन: सुरक्षा पहलों और कार्यक्रमों की प्रभावशीलता का नियमित रूप से मूल्यांकन करें, आवश्यकतानुसार समायोजन करें।
विशेष कर्तव्य अधिकारी
अस्वीकरण: यहाँ दिखाई गई सामग्री सूचना के लिए है और इसे माननीय राज्यपाल के बयान के रूप में उद्धृत नहीं किया जाएगा।

HG and Hon’ble Chancellor Chaired a meeting of Vice Chancellors of West Bengal, on 07.03.2025, in an interactive discussion in the backdrop of recent developments.
From the discussions the following salient consensus points emerged:
• Different universities have different…

— Raj Bhavan Media Cell (@BengalGovernor) March 7, 2025

Tags: West Bengal Governor Dr. CV Ananda Boseyadavpur university
Previous Post

BLUE STAR ने बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए अपनी कमर्शियल रेफ्रिजरेशन सॉल्यूशंस प्रोडक्ट्स की विशाल रेंज को किया लॉन्च

Next Post

‘MCCI महिला Achiever’s अवार्ड ‘2025

Next Post
‘MCCI महिला Achiever’s अवार्ड ‘2025

‘MCCI महिला Achiever's अवार्ड '2025

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Mochan Samachaar

© 2023 Mochan Samachaar Design and Develop by GKB Web Solution.

Udyam Registration Number : UDYAM-WB-10-0083581

  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • होम
  • बंगाल
  • देश
    • असम
    • बंगाल
  • विदेश
  • व्‍यापार
  • खेल
  • धर्म
  • स्‍वास्‍थ्‍य
  • संपर्क करें

© 2023 Mochan Samachaar Design and Develop by GKB Web Solution.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In