कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉं सीवी आनंद बोस ने श्री हनुमान जयंती के पावन अवसर पर पश्चिम बंगाल के भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने मंगलाचरण में संकलित सुन्दरकाण्ड की एक चौपाई याद की-
अतुलित बलधामांग हेमसैलावदेहोंग
दनुजवनकृष्णांग ज्ञानिनामग्रगण्यंग।
सर्व गुणनिधानंग बनराणामधिसॉन्ग
रघुपतिप्रियभक्तांग बज्जतंग नमामि।
[मैं भगवान हनुमान को नमन करता हूं। वे अतुलित बल के भण्डार हैं, सुवर्णमय पर्वत के समान शरीर वाले हैं, दैत्यों की प्रज्वलित अग्नि के समान हैं, मुनियों में श्रेष्ठ हैं, समस्त गुणों के भण्डार हैं, वानरों के राजा हैं और रघुपति श्री राम के प्रिय भक्त हैं।
श्री हनुमान समस्त अच्छाइयों के स्रोत हैं। वह अपने भक्तों को अष्टसिद्धि और नवनिधि प्रदान करते हैं।
हनुमान भक्ति के माध्यम से रामभक्ति प्राप्त की जा सकती है।
हनुमान चालीसा कहती है-
‘तुम्हारे भजन राम को पाय, जन्म जनम के दुख बिसराए।’
[तुम्हारे कीर्तन से राम के दर्शन होते हैं, जन्म-जन्मान्तर के दुःख मिट जाते हैं।]
पुनः लिखा है-
‘संकट में हनुमान को, मन, कर्म, वचन, जीवन में झोंको।’
[जो मन, कर्म और वाणी से आपका स्मरण करता है, हनुमान उसे सभी संकटों से मुक्त कर देते हैं।]
माननीय राज्यपाल ने प्रार्थना की – श्री हनुमान सभी की रक्षा करें।
श्री हनुमान सदैव भक्ति, ईमानदारी और समर्पण के प्रतीक हैं।
हमारी भक्ति और उनका ज्ञान हमारे जीवन को प्रेरित करे।
विशेष कार्य अधिकारी