कोलकाता : केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रहलाद जोशी (Union Minister for New and Renewable Energy Shri Prahlad Joshi) ने कहा कि भारत न केवल ऊर्जा क्रांति का गवाह बन रहा है, बल्कि दुनिया की नवीकरणीय ऊर्जा राजधानी भी बन रहा है। मंत्री आज यहां 21वें युवा भारतीय राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन-टेक प्राइड-2024 में बोल रहे थे। श्री जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में भारत स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया के सबसे आशाजनक देशों में से एक है। मंत्री ने कहा, “भारत नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में जो कुछ भी करता है, उस पर न केवल दुनिया की निगाह रहती है, बल्कि कई देश इसे अपना भी रहे हैं।”
मंत्री ने कहा कि भारत ने लगभग 15 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ी है, जो 7.54 गीगावाट से लगभग दोगुनी है। उन्होंने आगे बताया कि गैर-जीवाश्म ईंधन ऊर्जा क्षेत्र में भारत की कुल स्थापित क्षमता 214 गीगावाट तक पहुंच गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 14% से अधिक की वृद्धि को दर्शाती है। मंत्री ने दोहराया कि केंद्र 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत एकमात्र जी20 राष्ट्र है जिसने यह सुनिश्चित किया है कि 2015 में पेरिस जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में तय किए गए सतत विकास लक्ष्यों को समय सीमा से पहले ही पूरा कर लिया गया है। मंत्री ने कहा कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र में चल रहे परिवर्तन इस दृढ़ विश्वास से प्रेरित हैं कि 2047 तक विकसित भारत को प्राप्त करना आंतरिक रूप से सतत और हरित विकास से जुड़ा हुआ है।
मंत्री ने भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कई प्रमुख कदमों को भी रेखांकित किया, जैसे कि 24,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना की शुरुआत, जिसका उद्देश्य सौर पैनलों और मॉड्यूल के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना है।
कौशल विकास और युवा सशक्तिकरण के बारे में बोलते हुए, मंत्री ने कहा, केंद्र युवाओं को आधुनिक तकनीकों और नए कौशल के साथ प्रशिक्षित और सशक्त बनाने के लिए कई योजनाओं का समर्थन कर रहा है ताकि वे 2047 तक प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने को पूरा करने में अपनी भूमिका निभा सकें। श्री जोशी ने युवाओं से राष्ट्र की सेवा के लिए राजनीति में शामिल होने के लिए आगे आने का भी आग्रह किया। मंत्री ने इस अवसर पर जलवायु कार्रवाई दस्तावेज भी लॉन्च किया।