कोलकाता : कोलकाता के पास राजपुर इलाके में एक ऑटोरिक्शा चालक के साथ लापरवाही से गाड़ी चलाने को लेकर हुए विवाद के बाद, भीड़ ने कथित तौर पर एक सीमा शुल्क अधिकारी के घर में घुसकर उनकी पिटाई कर दी, जिससे वे घायल हो गए। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शनिवार को सीमा शुल्क निरीक्षक प्रदीप कुमार पर कथित हमले के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कुमार ने बताया कि ऑटोरिक्शा चालक की गाड़ी उनकी कार से टकराने के बाद उनका उससे झगड़ा हुआ था। सीमा शुल्क अधिकारी ने दावा किया, “इसके बाद, कुछ लोगों का एक बड़ा समूह मेरे फ्लैट में घुस आया, मुझे पीटा और मेरी पत्नी के साथ बदसलूकी की। मारपीट जारी रही, हमें लगा कि अब हमारा अंत निकट है।”
कुमार ने कहा कि उनके माथे, गर्दन और ठुड्डी पर चोटें आईं और उनके सहकर्मी उन्हें आगे के इलाज के लिए रविवार को नादिया स्थित एम्स-कल्याणी ले गए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मदद के लिए बार-बार फोन करने के बाद भी शनिवार को पुलिस समय पर नहीं पहुंची।
फ्लैट के सीसीटीवी फुटेज में अधिकारी का माथा खून से लथपथ दिखाई दे रहा है, जबकि घर का सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना की जाँच शुरू कर दी गई है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा
इस बीच, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कुमार से उनके आवास पर मुलाकात की और अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की माँग की। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए, अधिकारी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में “गुंडा राज” कायम है।
अग्निमित्रा पॉल ने अपने एक्स हैंंडल पर पोस्ट किया
तो क्या माननीय मुख्यमंत्री ने राज्य की कानून-व्यवस्था इन “दुधारू गायों” के हवाले कर दी है?
इस बार, उनका निशाना एक कस्टम अधिकारी है! एक मामूली विवाद से शुरू हुआ मामला जल्द ही हिंसक हो गया। केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधिकारी पर हमले का नेतृत्व कथित तौर पर एक ऑटो चालक ने किया था, जो सोनारपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र की विधायक फिरदौसी बेगम के पति नज़रुल अली का बेहद करीबी माना जाता है।
सभी हमलावर तृणमूल कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। बेरहमी से मारपीट और खून बहने के बाद भी, पीड़ित को पुलिस से मदद मांगने के बावजूद कोई मदद नहीं मिली।
तो क्या यह सच है कि हमलावरों के राजनीतिक संबंधों के कारण पुलिस तुरंत कार्रवाई करने से डर रही थी?
यह घटना सत्ताधारी दल द्वारा पनाह पाए गुंडों की बेलगाम गुंडागर्दी और पुलिस व प्रशासन की पूरी तरह से निष्क्रियता का ज्वलंत उदाहरण है।
माननीय मुख्यमंत्री और कितना नीचे गिरेंगी? और कितना नीचे?
So, has the Hon’ble Chief Minister handed over the law and order of the state to these “milch cows”?
This time, their target is a Customs Officer! What began as a minor dispute soon turned violent the attack on the Central Excise Officer was reportedly led by an auto driver… pic.twitter.com/7lKV9JdvSN
— Agnimitra Paul BJP (@paulagnimitra1) October 26, 2025
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