कोलकाता : ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान (Chief of Defence Staff (CDS) General Anil Chauhan) ने बुधवार को सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता दोहराई कि वे चुस्त, आत्मनिर्भर और भविष्य के लिए तैयार रहने के लिए निरंतर बदलाव करते रहेंगे।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान ने तेजी से जटिल होते वैश्विक सुरक्षा परिवेश में तैयारी सुनिश्चित करने के लिए सशस्त्र बलों में निरंतर सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया है। कोलकाता में संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन 2025 (Combined Commanders’ Conference) के समापन दिवस पर बोलते हुए, जनरल चौहान ने बैठक के प्रमुख परिणामों का सारांश प्रस्तुत किया और सशस्त्र बलों की चुस्त, आत्मनिर्भर और भविष्य के लिए तैयार रहने की प्रतिबद्धता दोहराई।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सम्मेलन में हुई चर्चाओं में तीनों सेनाओं में संयुक्तता और एकीकरण को बढ़ाने, अंतर-संचालन को बढ़ावा देने, निर्णय लेने को सुव्यवस्थित करने और अंतरिक्ष, साइबर, सूचना और विशेष अभियानों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संस्थागत संरचनाओं में सुधार पर जोर दिया गया। सत्रों में आधुनिक युद्ध के लिए प्रौद्योगिकी-संचालित दृष्टिकोण अपनाने और नवाचारों को परिचालन सिद्धांतों में सहजता से एकीकृत करने के महत्व पर भी जोर दिया गया।
सम्मेलन में भारत के रणनीतिक पड़ोस पर खुले मंच पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें सीमाओं और उसके बाहर विकसित हो रही सुरक्षा गतिशीलता पर ध्यान केंद्रित किया गया। पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ावा देने के लिए खरीद प्रक्रिया, वित्तीय शक्तियों का प्रत्यायोजन और उन्नत उपकरण प्राप्त करने में आने वाली चुनौतियों जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई। मंत्रालय ने बताया कि पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) की समीक्षा में इस बात की पुष्टि हुई कि कार्मिकों और पूर्व सैनिकों का कल्याण एक केंद्रीय प्राथमिकता बनी हुई है।
इसमें आगे कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति ने कार्यवाही को और भी महत्वपूर्ण बना दिया। उन्होंने क्रमशः पहले और दूसरे दिन सम्मेलन को संबोधित किया। दोनों नेताओं ने राष्ट्र की सुरक्षा में सशस्त्र बलों की अनुकरणीय सेवा की सराहना की और निरंतर सुधारों, तकनीकी आत्मनिर्भरता और स्वदेशी रक्षा विकास एवं विनिर्माण पर अधिक जोर देने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
मंत्रालय ने कहा कि सम्मेलन का सफल आयोजन सशस्त्र बलों को एक एकीकृत, तकनीकी रूप से उन्नत और परिचालन रूप से चुस्त बल में बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो बहु-क्षेत्रीय खतरों का मुकाबला करने, राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने और वैश्विक शांति एवं स्थिरता में योगदान देने में सक्षम है।
On the final day of the Combined Commanders’ Conference 2025, decision by all the Chiefs and Commanders for merging of education branches of three services to form single #TriServices Education Corps was announced.
The decision on formation of three #Joint Military Stations was… pic.twitter.com/w8fkY3Debz— HQ IDS (@HQ_IDS_India) September 17, 2025
_____________________________________________________________________________________________