कोलकाता: मीनाबाई स्वामी जी का चातुर्मास परम पूज्य गुरुदेव धीरजमुनि महाराज के नेतृत्व में रविवार गुजराती श्वेताबंर स्थानकवासी जैन संघ नवलखा उपाश्रय, 27 पोलोक स्ट्रीट में आयोजित हुआ।
इस समारोह में गुरुदेव धीरज मुनि महाराज जी ने बताया कि, भगवान महावीर ने कहा है कि अहिंसा के बिना कहीं शांति मिलने वाली नहीं है, चाहे रशिया या युक्रेन का युद्ध हो, चाहे और भी कहीं आक्रमण की बात चलती हो। लेकिन भगवान महावीर ने पूरे जगत को संदेश दिया है कि जब तक अहिंसा नहीं आएगी तब तक किसी को भी शांति मिलने वाली नहीं है, शत्रुता मिटते वाली नहीं है, दुश्मनी मिटने वाली नहीं है।
हमारा संदेश यही है कि आपस में भाईचारा बने प्रेमभाव बना रहे। जाति कोई भी हो, सब मनुष्य कोटी के मनुष्य होते हैं। तो कोई भी समाज हो चाहे जैन समाज हो, सिख समाज हो, , बंगाली समाज हो,हिन्दूसमाज, मुस्लिम समाज,गुजराती समाज हो, मारवाड़ी समाज हो, पंजाबी समाज हो, वो सभी समाज में आपस में प्रेमभाव बढ़ेगा, तो अपने आप शांति और अहिंसा की पालना होगी।
शत्रुता का भाव नुकसान करने वाला है। पूरे जगत में अहिंसा का संदेश लेकर सब जगह शांति शांति और शांति बने रहे। यही हमारी मंगल भावना है।
राज्य सरकार या केंद्र सरकार से अपेक्षा के बारे में उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार को दोनों को मिलकर काम करना चाहिए ताकी राज्य का विकास हो और जनता के बीच अमन बना रहे और नई योजनाओं का लाभ मिलेगा और पूरे भारत की उन्नति होगी। चातुर्मास आषाढ़ पूर्णिमा से कार्तिक पूर्णिमा तक 15 नवंबर तक चलेगा।
इस मौके पर रमनणिक भाई खारा, दीपक गठाणी, चंद्रेश मेघानी (रोमी), दिलेश भिमानी, दिलेश पटेल, पंकज देसाई, भावेश चौटिया, निमेश शाह, भारत भायणी, हर्षद शाह, हर्षद सेठ, मनीष दोषी, विशाल खारा, प्रफुल लाखाणी, मुकेश कामदार, राजेश पुनातर, आयुष पुनातर, मयूर सेठ, सारंग शाह, बिपिन भिमाणी,हेमल दफतरी, मुकेश वालाणी, कल्पना बाखडा, कलकत्ता जैन श्वेताम्बर स्थानकवाशी (गुजराती) संघ के साधवी नैना जी, साधवी मीना जी, अवम साधवी सुवंदा जी उपस्थित रहे।