कोलकाता : बंधन बैंक (Bandhan Bank) ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजों (quarter result) की घोषणा प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से आज (शुक्रवार) घोषणा की है। इस दौरान बंधन बैंक एमडी और सीईओ पार्थ प्रतिम सेनगुप्ता ने बैंक के विस्तार व भविष्य की योजनाओं के सवाल पर ज्वाब देते हुए कहा कि बंधन बैंक भारत के साउथ भाग में ध्यान केंद्रित कर रहा है और आने वाले समय में बैंंक 200 नये ब्रांच खोलेगा। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा ध्यान बैंक से डिजिटल माध्यम से पूरी तरह से सेवा प्रदान करें। हम यूनिवर्सल बैंक बनें इस पूरा ध्यान है। हो आपको बता दें कि वर्तमान में बंधन बैंक करीब 6,300 बैंकिंग आउटलेट के माध्यम से अपने ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करता है। बंधन बैंक में कार्यरत कर्मचारियों की कुल संख्या अब लगभग 78,400 है।
कुल कारोबार 17 प्रतिशत बढ़कर 2.73 लाख करोड़ रुपये पर बंद हुआ
बैंक का कुल कारोबार 17 प्रतिशत बढ़कर 2.73 लाख करोड़ रुपये पर बंद हुआ। कुल जमाराशि में रिटेल हिस्सेदारी अब करीब 69 प्रतिशत पर पहुंच गई है। पिछली तिमाही में देखी गई उत्साहजनक वृद्धि दरअसल डिस्ट्रीब्यूशन सेगमेंट में इसके विस्तार, व्यावसायिक दक्षता और कामकाज के अनुकूल माहौल के कारण हुई है।
बैंक की जमाराशि में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के दौरान, बैंक की जमाराशि में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कुल जमाराशि अब 1.41 लाख करोड़ रुपये है, जबकि कुल अग्रिम 1.32 लाख करोड़ रुपये है। चालू खाता और बचत खाता (सीएएसए) अनुपात समग्र जमाराशि का 32 फीसदी है। बैंक की स्थिरता का एक संकेतक, पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 16 प्रतिशत पर है, जो विनियामक आवश्यकता से अधिक है।
बैंक की परफॉर्मेंस पर टिप्पणी करते हुए एमडी और सीईओ पार्थ प्रतिम सेनगुप्ता ने कहा, ‘‘तीसरी तिमाही में बंधन बैंक का प्रदर्शन जोखिम और अनुपालन पर मजबूत ध्यान देने के साथ सतत विकास को दर्शाता है। हमारी निरंतर सफलता हमारे ग्राहकों के विश्वास और हमारे कर्मचारियों की कड़ी मेहनत पर आधारित है। इस अवधि में हमारी लोन बुक में वृद्धि और तकनीकी नवाचार, प्रक्रियाओं में सुधार, तथा हमारे उत्पादों और टीमों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करके, बंधन बैंक अगली विकास यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार है, क्योंकि हम ‘बंधन बैंक 2.0’ की ओर बढ़ रहे हैं।’’
बैंक अपनी परिसंपत्तियों में विविधता लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें अपने खुदरा पोर्टफोलियो के विस्तार पर स्पष्ट ध्यान केंद्रित किया गया है। अधिक से अधिक डिजिटलीकरण एक प्रमुख प्राथमिकता है, जिसका उद्देश्य ग्राहकों के बैंकिंग संबंधी अनुभव को और बेहतर बनाते उत्पादकता और दक्षता को बढ़ावा देना है।