कोलकाता : भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा स्थापित स्वायत्त निकाय ‘भारतीय गुणवत्ता परिषद (Quality Council of India) (QCI)’ ने देश के पूर्वी हिस्से में गुणवत्ता की पहुंच को बढ़ाने के लिए कोलकाता में अपने ऑफिस का उद्घाटन किया। इस ऑफिस उद्घाटन समारोह में QCI के अध्यक्ष जक्षय शाह, QCI के महासचिव डॉ. आर पी. सिंह, NABL के अध्यक्ष पद्मश्री प्रोफेसर सुब्बन्ना अय्यप्पन, NABH के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. महेश वर्मा, इनके अलावा NABL, NABH, NABET और NBQP के सीईओ और ZED, PADD, PPID और TCB के QCI डिवीजनों के प्रमुख उपस्थित रहे। इसके साथ ही उद्घाटन समारोह में कोलकाता की विभिन्न मान्यता प्राप्त लेबोरेटरी, हॉस्पिटल और इंडस्ट्री एशोसिएशन के गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
कोलकाता में QCI के ऑफिस को स्थापित करने का प्रमुख उद्देश्य क्षेत्रीय संगठनों के साथ बातचीत बढ़ाने के साथ-साथ विभिन्न सरकारी विभागों, राज्य संगठनों, इंडस्ट्री एशोशिएशन, इंडस्ट्री और क्षेत्र के अन्य हितधारक के साथ सहयोग को बढ़ावा देना है।
QCI का मुख्य उद्देश्य पूरे भारत में प्रत्येक व्यक्ति के डीएनए में गुणवत्ता को एक मूल रूप से स्थापित करना रहा है। इसी कड़ी में QCI ने राज्यों में अपनी भौतिक उपस्थिति को बढ़ाते हुए क्वालिटी मिशन को व्यापक बनाने और आसान और निरंतर कम्युनिकेशन चैनल स्थापित करने के साथ क्षेत्रीय हितधारकों के लिए त्वरित प्रतिक्रिया और चिंताओं का निवारण करने के लिए एक सुचारु तंत्र स्थापित कर रहा है। इससे पहले बेंगलुरु में QCI ने अपनी भौतिक उपस्तिथि दर्ज की है।
QCI के कोलकाता ऑफिस के उद्घाटन के मौके पर QCI के चेयरपर्सन जक्षय शाह ने कहा, “हम विभिन्न राज्यों में स्थायी कम्युनिकेशन चैनल (संचार चैनल) स्थापित कर रहे हैं ताकि क्षेत्रीय हितधारक और एशोशिएशन्स में ”क्वालिटी फर्स्ट एन्वायर्नमेंट” को बढ़ावा देने के लिए ज्यादा प्रभावी ढंग से काम कर सकें। हम पश्चिम बंगाल सरकार से भी अपील करते हैं कि वह राज्य के नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए QCI के साथ हाथ मिलाएं। इससे निश्चित रूप से जनता तक हमारे संदेश को पहुंचाने में मदद मिलेगी। हमारा उद्देश्य है कि लोग गुणवत्ता के बारे में पूछें, चाहे वह अस्पतालों में जा रहे हों, लेबोरेटरी में जा जा रहे हो, या स्कूलों का चयन कर रहे हों या कोई अन्य सुविधा को ही क्यों न चुन रहे हों, उन्हें हमेशा ”क्वालिटी फर्स्ट’ पर फोकस करना चाहिए।’
QCI के महासचिव डॉ. आर पी. सिंह ने इस बारे में कहा, “अलग-अलग क्षेत्रों में ऑफिस खोलने का उद्देश्य क्षेत्रीय हितधारक और एशोशिएशन को जानकारी प्रदान करने के लिए बिना किसी रुकावट वाला चैनल प्रदान करना है। QCI ने उस क्षेत्र में मौजूद स्टेकहोल्डर्स के लिए कम्युनिकेशन चैनलों को आसान बनाने के लिए यह कदम उठाया है। QCI का उद्देश्य हमेशा एक ऐसे इकोसिस्टम को बनाना रहा है जो क्वालिटी (गुणवत्ता) को महत्व देता हो क्योंकि अगर गुणवत्ता है, तो देश का विकास अपने आप आगे बढ़ता रहेगा।”
NABL के अध्यक्ष पद्मश्री प्रोफेसर सुब्बन्ना अय्यप्पन ने इस मौके पर कहा, “कोलकाता में QCI ऑफिस स्थापित होना देश के इस हिस्से में लेबोरेटरी और टेस्टिंग फैसिलिटीज के साथ स्थायी संबंध को बढ़ावा देने के लिए माइलस्टोन है। उच्चतम मानकों को कायम रखते हुए हम यहां टेस्टिंग और कैलिब्रेशन के क्षेत्र में विश्वास और विश्वसनीयता के भविष्य की कल्पना करते हैं।”
NABH के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. महेश वर्मा ने इस बारे में कहा, “QCI का कोलकाता में ऑफिस होना इस क्षेत्र में उत्कृष्ट हेल्थकेयर इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए हमारे समर्पण का एक उदाहरण है। मान्यता के माध्यम से हमारा लक्ष्य हेल्थकेयर प्रोवाइडर के साथ मजबूत संबंध बनाते हुए मरीज की सुरक्षा और गुणवत्तापूर्ण देखभाल सुनिश्चित करना है।”
NABL के सीईओ एन वेंकटेश्वन ने कहा, “सस्टेनबल ग्रोथ के लिए क्वालिटी एक नींव है। कोलकाता में NABL के होने से यह सुनिश्चित होगा कि यह क्षेत्र अपने विकास में एक प्रमुख पैरामीटर के रूप में क्वालिटी के साथ लेबोरेटरी एक्रिडिटेशन को बढ़ावा मिले। पूरे पश्चिम बंगाल में क्षेत्रीय हितधारकों के साथ साझेदारी करके हमारा लक्ष्य इंडस्ट्री की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना, हेल्थकेयर स्टैण्डर्ड को मजबूत करना और नागरिकों के जीवन की सम्पूर्ण गुणवत्ता को ऊपर उठाना है।”
NABH के सीईओ डॉ अतुल मोहन कोचर ने कहा, “कोलकाता में ऑफिस के उद्घाटन से निश्चित रूप से देश के पूर्व में हेल्थकेयर हितधारकों के साथ संबंध मजबूत होंगे। NABH का HOPE कार्यक्रम छोटे अस्पतालों में गुणवत्ता आश्वासन को सुनिश्चित करेगा क्योंकि NABH छोटे अस्पतालों को हेल्थकेयर सेवाएँ प्रदान करते समय क्वालिटी स्टैण्डर्ड को बनाए रखने में मदद करने के लिए सर्टिफिकेट प्रदान करता है। साथ मिलकर हम मान्यता और मरीज-केंद्रित देखभाल के उच्चतम मानकों को कायम रखते हुए हेल्थकेयर के भविष्य को नया आकार दें सकते हैं।”
NABET के सीईओ प्रो (डॉ) वरिंदर एस कंवर ने कहा, “कोलकाता में QCI के पहले ऑफिस के उद्घाटन से हम इस क्षेत्र में शैक्षणिक संस्थानों और ट्रेनिंग प्रदान करने वाले संस्थानों के साथ मिलकर काम करने का अवसर मिलने का स्वागत करते हैं। अब इस क्षेत्र में “क्वालिटी फर्स्ट एन्वायर्नमेंट” को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ज्यादा स्कूल खुद को NABET से एक्रिडिटेशन प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।”
NBQP के सीईओ डॉ ए राज ने कहा, “QCI (QCI) का उद्देश्य क्वालिटी को देश के DNA का अभिन्न अंग बनाना है और जमीनी स्तर पर क्षेत्रीय ऑफिस खोलना इस दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में किया गया एक प्रयास है। गुणवत्ता प्रत्येक व्यक्ति का मौलिक अधिकार है। हमें गुणवत्ता की मांग करनी चाहिए और गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करना चाहिए। इस मिथक को तोड़ने की जरूरत है कि केवल महंगे उत्पाद/सेवाएं ही क्वालिटी वाले होते हैं।”
AVIJIT DAS SENIOR DIRECTOR NABL
भारतीय गुणवत्ता परिषद (QCI)
भारत सरकार और भारतीय उद्योग द्वारा 1997 में स्थापित QCI भारत का शीर्ष संगठन है जो थर्ड पार्टी राष्ट्रीय मान्यता प्रणाली की स्थापना और संचालन, सभी क्षेत्रों में गुणवत्ता में सुधार और गुणवत्ता से संबंधित मामलों पर सरकार और अन्य हितधारक को सलाह देता है। इस संगठन ऐसे कोंस्टीटूएंट बोर्ड स्थापित किए हैं जो मान्यता प्रदान करते हैं, ये बोर्ड हैं: नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेटरीज (NABL), नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स & हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (NABH), नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर सर्टिफिकेशन बॉडीज (NABCB), और नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर क़्वालिटी प्रमोशन (NABET) है। इसका नेशनल बोर्ड ऑफ़ क़्वालिटी प्रोमोशन (NBQP) राष्ट्रीय गुणवत्ता अभियान चलाता है। भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री द्वारा नियुक्त QCI के महासचिव डॉ. रवि पी. सिंह हैं। भारत के प्रधानमंत्री द्वारा नामित QCI के अध्यक्ष, Savvy ग्रुप ऑफ कंपनीज के CMD जक्षय शाह हैं।
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