नई दिल्ली : एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) और एसडीआरएफ के सह कमांडेंट जनरल विजय कुमार ने आईजीपी कश्मीर वीके बिरदी और अन्य अधिकारियों के साथ 29 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर समीक्षा बैठक की। अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होने वाली है और इस साल 29 अगस्त को समाप्त होगी। वहीं, आगामी वार्षिक श्री अमरनाथ यात्रा (Shri Amarnath Yatra) के लिए जम्मू में 26 जून से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हाे रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि शीर्ष अधिकारियों ने उपकरणों का निरीक्षण भी किया और यात्रा से पहले टीमों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके साथ डीआईजी दक्षिण कश्मीर, डीआईजी सशस्त्र, कमांडिंग ऑफिसर एनडीआरएफ (NDRF) और कमांडिंग ऑफिसर एसडीआरएफ (SDRF) भी थे। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस की 13 टीमों, एसडीआरएफ की 11 टीमों, एनडीआरएफ की 8 टीमों, बीएसएफ की 4 टीमों और सीआरपीएफ की 2 टीमों को अधिकारियों ने जानकारी दी और उन्हें यात्रा मार्गों पर आगे की तैनाती के लिए रवाना कर दिया गया।
वहीं दूसरी ओर श्री अमरनाथ यात्रा को जिन श्रद्धालुओं ने अभी तक पंजीकरण नहीं करवाया है उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यात्रा के लिए जम्मू में 26 जून से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हाे रही है। जिसके लिए पांच पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं और इनमें से दो केंद्र साधुओं के लिए आरक्षित रहेंगे। चूंकि बड़ी संख्या में साधु यात्रा में शामिल होते हैं। ऐसे में शहर के गीता भवन व राम मंदिर में पंजीकरण के साथ ठहरने व खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। जबकि जम्मू शहर में वैष्णवी धाम, पंचायत भवन रेलवे स्टेशन के पास व शालामार रोड स्थित महाजन हाल में तीर्थ यात्रियों का तत्काल पंजीकरण किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त तत्काल पंजीकरण के दौरान ही इन श्रद्धालुओं व साधु-संतों की मौके पर स्वास्थ्य जांच होगी और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र मिलने पर ही यात्रा पंजीकरण होगा। पंजीकरण करवाने के लिए श्रद्धालु अपनी पहचान के लिए आधार कार्ड लाना न भूलें, मेडिकल जांच मौके पर ही होगी। यह सुविधा उन सब श्रद्धालुओं को राहत देगी जो पंजीकरण कराने से चूक गए हैं।
आपकों बता दें कि दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु एडवांस पंजीकरण करा चुके हैं। तत्काल पंजीकरण के लिए श्रद्धालुओं की संख्या उपलब्ध कोटे के आधार पर होगी और यह पूरी तरह पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर होगी। अर्थात पहले से पंजीकृत श्रद्धालुओं को अवसर मिलने के बाद कोटा प्रतिदिन जारी किया जाएगा और उस कोटा के आधार पर श्रद्धालुओं का पंजीकरण किया जाएगा। पंजीकरण करवाने के लिए श्रद्धालुओं को सबसे पहले जम्मू रेलवे स्टेशन (JAMMU RAILWAY STATION) के पास सरस्वती धाम में पंजीकरण के लिए फार्म भरना होगा। उसके आधार पर एक टोकन दिया जाएगा। उस टोकन के आधार पर दूसरे दिन पंजीकरण केंद्र पर जाकर यात्रा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी करवानी होगी।
ज्ञात रहे कि श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (Shri Amarnath Shrine Board) प्रतिदिन दोनों यात्रा मार्गो से यानि पहलगाम व बालटाल मार्ग से अधिकतम 10-10 हजार श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति देता है और मौसम खराब रहने की सूरत में यह संख्या घटाई भी सकती है।