नई दिल्ली : आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2024-25 की पहली मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा की घोषणा करने के दौरान यह ऐलान किया कि यूपीआई से अब ऑनलाइन कैश ट्रांसफर के साथ ही कई अन्य नए फिचर भी मिलने वाले हैं। दरअसल, अब आप जल्द ही यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए नकदी जमा करने वाली मशीन में कैश डिपॉजिट कर पाएंगे। । इस पहल से अब एटीएम कार्ड रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तीन दिवसीय द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बैठक की समीक्षा पेश करते हुए कहा ‘‘एटीएम में यूपीआई के जरिए कार्ड-रहित नकद निकासी से प्राप्त अनुभव को देखते हुए यूपीआई का उपयोग करके नकदी जमा करने वाली मशीन (सीडीएम) में पैसा जमा करने की सुविधा भी प्रदान करने का प्रस्ताव है।”
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आरबीआई इन उपायों के बारे में जल्द ही दिशा-निर्देश जारी करेगा। उन्होंने यह कदम ग्राहकों के लिए चीजें सुगम और बैंकों में मुद्रा प्रबंधन प्रक्रिया को और अधिक कुशल बनाएगा। इसके अलावा प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) कार्ड धारकों को बैंक खाताधारकों की तरह तीसरे पक्ष के यूपीआई ऐप के जरिए यूपीआई भुगतान करने की सुविधा देने का भी प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि इससे ग्राहकों के लिए चीजें और आसान होंगी और छोटी राशि के लेन-देन के लिए डिजिटल माध्यमों को बढ़ावा मिलेगा।
वहीं आरबीआई अगर यूपीआई से नकदी जमा करने की सुविधा उपलब्ध कराता है, तो आपको जेब में कार्ड रखने की समस्या से आजादी मिल सकती है। इससे एटीएम कार्ड रखने, खोने या बनवाने की समस्या भी दूर हो जाएगी। इसके साथ ही अगर आपका एटीएम कार्ड चोरी भी हो जाता है, तो उसे ब्लॉक करवाने के बाद कैश डिपॉजिट करने में आपको समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अभी पीपीआई से यूपीआई भुगतान केवल पीपीआई कार्ड जारी करने वाले की ओर से उपलब्ध कराई गई वेबसाइट या मोबाइल ऐप का उपयोग करके ही किया जा सकता है। नकद जमा करने की मशीन में पैसा जमा करने के लिए मुख्य रूप से डेबिट कार्ड का उपयोग किया जाता है।