कोलकाता : साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस मंथ (CSAM) 2025 के अवसर पर Prime Infoserv Pvt. Ltd. ने Indus Net Technologies (INT) के सहयोग और Infosec Foundation के समर्थन से “Cyber Security, A to Z” नामक पुस्तक का शुभारंभ किया — जो साइबर जागरूकता को वास्तविक कार्रवाई में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
बढ़ते वैश्विक साइबर खतरों और भारत में डिजिटल जोखिमों के बीच यह पुस्तक तकनीकी ज्ञान और मानव व्यवहार के बीच सेतु का कार्य करती है — जिससे जागरूकता को लचीलापन में बदला जा सके।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि हरि किशोर कुसुमाकर, IPS, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक – तटीय सुरक्षा, CISO एवं सदस्य, AI CoE, पश्चिम बंगाल पुलिस थे।
वहीं विशिष्ट अतिथि संजय कुमार दास, अतिरिक्त सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी विभाग एवं राज्य सूचना सुरक्षा अधिकारी, पश्चिम बंगाल सरकार; तथा चित्रदीप चक्रवर्ती, प्रसिद्ध साइबर सुरक्षा लेखक थे।
पुस्तक और इसका उद्देश्य
सुशोभन मुखर्जी, सह-संस्थापक एवं CEO, Prime Infoserv Pvt. Ltd. द्वारा परिकल्पित यह पुस्तक विद्यार्थियों, पेशेवरों, नीति-निर्माताओं और आम नागरिकों के लिए तैयार की गई है।
इसकी 26 अध्यायों में साइबर सुरक्षा के A से Z तक के विषय शामिल हैं — जैसे Anatomy of a Cyber Attack से लेकर Zero Trust Security तक — जो साइबर सुरक्षा को सरल और व्यवहारिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है।
पुस्तक का महत्व
भारत विश्व में मैलवेयर संक्रमण के शीर्ष पाँच देशों में शामिल है।
65% साइबर घटनाएँ वित्तीय या पहचान चोरी से जुड़ी हैं।
AI और डीपफेक स्कैम सबसे तेज़ी से बढ़ते खतरे हैं।
भारत में डेटा ब्रीच की औसत लागत ₹18 करोड़ से अधिक है।
> “यह पुस्तक केवल अध्यायों का संग्रह नहीं है, बल्कि साइबर चेतना के अक्षरक्रम की यात्रा है,” — सुशोभन मुखर्जी, CEO, Prime Infoserv Pvt. Ltd.
“साइबर सुरक्षा हर व्यक्ति से जुड़ी है — स्टार्टअप से लेकर सरकार तक,” — अभिषेक रुँगटा, CEO, Indus Net Technologies (INT)।
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