कोलकाता : बंधन बैंक (bandhan bank) ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की। बैंक का कुल कारोबार 9% बढ़कर 2.98 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कुल जमा में बैंक की खुदरा हिस्सेदारी अब लगभग 71% है। दूसरी तिमाही में हुई कारोबारी वृद्धि बैंक के विस्तारित वितरण नेटवर्क, बेहतर परिचालन दक्षता और अनुकूल कारोबारी माहौल के कारण हुई।
बैंक अब भारत के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 35 में 6,350 से अधिक बैंकिंग आउटलेट्स के माध्यम से 3.23 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। बंधन बैंक में कार्यरत कर्मचारियों की कुल संख्या 73,500 से अधिक है।
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही के दौरान, बैंक ने अपने जमा आधार में साल-दर-साल 11% की वृद्धि दर्ज की, और अब जमा बही 1.58 लाख करोड़ रूपये हो गई है। इसी अवधि में कुल अग्रिम 1.40 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गए हैं। चालू खाता और बचत खाता (CASA) अनुपात 28% है। बैंक का पूँजी पर्याप्तता अनुपात (CAR), जो वित्तीय स्थिरता का एक प्रमुख संकेतक है, 18.6% के मज़बूत स्तर पर है, जो नियामक सीमा से काफी ऊपर है।

बैंक के प्रदर्शन पर बोलते हुए, एमडी और सीईओ, पार्थ प्रतिम सेनगुप्ता ने कहा, “बंधन बैंक का वर्तमान तिमाही प्रदर्शन बैंक के लिए एक संक्रमणकालीन चरण को दर्शाता है क्योंकि हम एक अधिक विविध और लचीले पोर्टफोलियो की ओर निरंतर अग्रसर हैं। इस परिवर्तन को आगे बढ़ाते हुए, हम अपने हितधारकों के लिए स्थायी दीर्घकालिक मूल्य सृजन हेतु एक संतुलित लाभदायक वृद्धि हासिल करना चाहते हैं। प्रौद्योगिकी में नवाचार पर ध्यान केंद्रित करके, अपनी प्रक्रियाओं को परिष्कृत करके, और उत्पादों और लोगों की क्षमताओं को बढ़ाकर, हम बंधन बैंक 2.0 के विकास के अगले चरण को आगे बढ़ाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं।”
बैंक अपने परिसंपत्ति आधार में विविधता लाने पर केंद्रित है, जिसमें खुदरा पोर्टफोलियो के विस्तार पर रणनीतिक ज़ोर दिया जा रहा है। दक्षता बढ़ाने, उत्पादकता में सुधार लाने और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए डिजिटलीकरण में तेज़ी लाना हमारी प्राथमिकता बनी हुई है।
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