नई दिल्ली : इसरो (ISRO) ने 30 दिसंबर को 2024 का आखिरी मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इस लॉन्चिंग को लेकर केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह (Union Minister of State for Earth Sciences (Independent Charge) Dr. Jitendra Singh) ने कहा कि स्पैडेक्स मिशन ( Spadex Mission) का नाम भारतीय डॉकिंग टेक्नोलॉजी रखा गया है क्योंकि यह पूरी तरह से स्वदेशी मिशन है और भारत डॉकिंग तकनीक से संबंधित इस तरह का पहला प्रयोग कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्पैडेक्स मिशन पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के साथ बहुत मेल खाता है। उन्होंने कहा कि जहां तक डॉकिंग तकनीक का सवाल है, स्पैडेक्स मिशन की लॉन्चिंग भारत द्वारा किए गए पहले प्रयोगों में से एक है। यह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक है और इसलिए इसे भारतीय डॉकिंग तकनीक नाम दिया गया है। यह पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के मंत्र के बिल्कुल अनुरूप है।
वर्ष 2024 के अंत के अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि वर्ष 2024 भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए एक उल्लेखनीय यात्रा रही है। भारत के पहले सौर मिशन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आदित्य मिशन भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए एक बहुत ही महत्वाकांक्षी मिशन है, जो लॉन्च होने के तीन महीने बाद ही जनवरी 2024 में एल1 बिंदु पर पहुंच गया। इसके अतिरिक्त भारत ने केंद्र सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले तीन महीनों के भीतर अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया।
“ISRO’s SPADEX Mission marks a monumental leap showcasing to the world India’s ‘Space Docking’ prowess. Unlocking of Space by
PM Sh @narendramodi has paved the way for increasing role of private sector. Space economy to reach $44B by 2033. Exciting milestones ahead for future,… pic.twitter.com/7ZRPuH4mJJ— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) December 31, 2024