नई दिल्ली : भारतीय नौसेना का नवीनतम बहु-भूमिका वाला स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस तुशील (INS TUSHIL) 17 दिसंबर 24 को रूस के कलिनिनग्राद से भारत के लिए रवाना हुआ, जो उसकी पहली परिचालन तैनाती की शुरुआत थी।
यह जहाज रूस में निर्मित किया गया था और 09 दिसंबर 24 को माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में इसे नौसेना में शामिल किया गया था।
यह जहाज बाल्टिक सागर, उत्तरी सागर, अटलांटिक महासागर और अंततः हिंद महासागर से होकर गुजरेगा और रास्ते में कई मित्र देशों के बंदरगाहों पर रुकेगा।
आईएनएस तुशील की पहली तैनाती में भारतीय नौसेना के प्रमुख चार्टर, अर्थात् राजनयिक, सैन्य और कांस्टेबुलरी गतिविधियां शामिल होंगी।
यह जहाज क्षेत्र में समुद्री डकैती वाले स्थानों सहित मार्ग में पड़ने वाली अनेक नौसेनाओं के साथ संयुक्त गश्ती और समुद्री साझेदारी अभ्यास करेगा।
अपने बंदरगाह प्रवास के दौरान, जहाज मेजबान नौसेनाओं के साथ क्षमता निर्माण गतिविधियों को अंजाम देगा और वरिष्ठ सैन्य और सरकारी नेतृत्व के साथ बातचीत करेगा। बंदरगाह प्रवास के दौरान पूरे क्षेत्र में फैले भारतीय प्रवासियों से भी संपर्क किया जाएगा।
बंदरगाहों पर भ्रमण और अभ्यास का उद्देश्य क्षेत्र के तटीय देशों के साथ भारत के समुद्री सहयोग को मजबूत करना तथा समुद्री समुदाय की सुरक्षा और संरक्षा के लिए भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करना है।